बंगाल में रामनवमी के बाद अब कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव आयोजन पर विहिप ने झोंकी ताकत
।। अजय विद्यार्थी ।। कोलकाता : पश्चिम बंगाल दुर्गा पूजा के लिए विश्व भर में मशहूर है. पहले न तो रामनवमी उत्सव की धूम थी और न ही कृष्ण जन्माष्टमी की, लेकिन बंगाल में अब राजनीतिक परिवर्तन की हवा धार्मिक आयोजन में दिखने लगी है. बंगाल में अब रामनवमी के तर्ज पर कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव […]
।। अजय विद्यार्थी ।।
कोलकाता : पश्चिम बंगाल दुर्गा पूजा के लिए विश्व भर में मशहूर है. पहले न तो रामनवमी उत्सव की धूम थी और न ही कृष्ण जन्माष्टमी की, लेकिन बंगाल में अब राजनीतिक परिवर्तन की हवा धार्मिक आयोजन में दिखने लगी है.
बंगाल में अब रामनवमी के तर्ज पर कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव भी उत्साह से मनाया जायेगा. पूरे उत्साह से जन्माष्टमी उत्सव पालन करने के लिए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने पूरी ताकत झोंक दी है.
विहिप ने दक्षिण बंगाल के लगभग 1700 स्थानों पर कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव मनाने की तैयारी की गयी है. यह पिछले वर्ष की तुलना में ढ़ाई गुणा अधिक है. पिछले वर्ष विहिप ने दक्षिण बंगाल में मात्र लगभग 600 स्थानों पर ही कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव किया था.
दक्षिण बंगाल विहिप के सचिव आलोक सूर ने प्रभात खबर को बताया कि इस वर्ष बड़ी संख्या में लोग कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव पालन करने के लिए इच्छुक हैं. जन्माष्टमी के अवसर पर पूजा-अर्चना, नाम कीर्तन का पाठ सहित विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा, जिससे अधिक से अधिक जनसंपर्क हो सके. कृष्ण जन्माष्टमी विहिप का स्थापना दिवस भी है. विहिप 23 अगस्त से 25 अगस्त तक तीन दिवसीय कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन करेगा.