कोलकाता : प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के भारत प्रमुख एजाज अहमद उर्फ मोती अहमद हाल के वर्षों में प्रतिबंधित आतंकी संगठन का उत्तर बंगाल मॉड्यूल भी तैयार कर चुका था. पूछताछ में आतंकी ने कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को बताया कि इसके लिए विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्रों के उन इलाके चुने थे, जो मुस्लिम बहुल इलाके हैं. वह धार्मिक कार्यक्रम में युवाओं का चयन कर रहा था, ताकि उनका ब्रेनवॉश कर उन्हें आतंकी संगठन से जोड़ा जा सके.
आरोप के अनुसार उसके जरिये कुछ युवाओं का प्रशिक्षण भी हो चुका है. कुछ को तो एजाज ने खुद ट्रेनिंग दी है. एजाज खुद भी इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइइडी) और टाइम बम बनाने में माहिर है, इसलिए उसने जिन लोगों को भी अपने साथ संगठन में जोड़ता था, उन्हें बम बनाने का प्रशिक्षण भी देता था. आतंकी ने भारत में जेएमबी के संचालन के लिए नये ठिकाने के रूप में उत्तर बंगाल का चयन किया था. वह एक साल में कई बार उत्तर बंगाल गया था. गौरतलब है कि एजाज को रविवार की देर रात गया के बुनियादगंज थाने की जोड़ा मस्जिद स्थित पठानटोली इलाके से गिरफ्तार किया गया था.
एजाज की गिरफ्तारी के बाद मानपुर के अबगीला से विस्फोटक बरामद
गया/मानपुर : जेएमबी के आतंकी एजाज की गिरफ्तारी के बाद मानपुर इलाके से कई कड़ियां जुड़ती जा रही हैं. गुरुवार को बिहार एटीएस व गया पुलिस के अधिकारी मानपुर के अबगीला इलाके में आतंकी के साथियों की तलाश में जुटे रहे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने इस दौरान टाइमर घड़ी, जिलेटिन तार, बारूद व कई अन्य आपत्तिजनक उपकरण बरामद किये हैं. सारा सामान आतंकी एजाज के एक साथी मो रजा के किराये के कमरे से पकड़ा गया है. वजीरगंज डीएसपी घूरन मंडल ने बताया कि पटना की टीम ने यहां कई जगहों पर छापेमारी की. कुछ आपत्तिजनक सामान बरामद किये गये हैं. कुछ लोगों से पूछताछ भी की गयी. छापेमारी में जो सामान बरामद हुआ था, वे अपने साथ ले गये हैं.
सूत्र बताते हैं कि पुलिस को यह सफलता गिरफ्तार आतंकी एजाज की निशानदेही पर ही मिली है. एजाज अहमद को पश्चिम बंगाल एटीएस ने रविवार को पठानटोली से गिरफ्तार किया था. उसके बाद एटीएस उसे बंगाल अपने साथ ले गयी थी. पूछताछ में उसने यहां अपने कई साथियों के होने की बात बतायी है. उसकी निशानदेही पर उसके साथ मोहम्मद रजा व एक अन्य की तलाश पुलिस कर रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मोहम्मद एजाज की तरह ही उसके साथी फेरी लगा कर कपड़े बेचते थे. पुलिस का मानना है कि यहां स्लीपर सेल तैयार करने में उसे स्थानीय लोगों का भी साथ जरूर मिला होगा.
पुलिस अधिकारियों ने साधी चुप्पी
छापेमारी के बाद कोई अधिकारी इस संबंध में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. एएसपी डॉ संजय भारती भी इस टीम में शामिल हैं. उनसे जब फोन पर बात करने की कोशिश की गयी, तो मानपुर का नाम सुनते ही फोन काट दिया. एसएसपी के चार्ज में रहे सिटी एसपी मनजीत श्योराण से इस संबंध में बात करने का प्रयास किया गया. लेकिन, बात नहीं हो सकी. सूत्र बताते हैं कि छापेमारी में जिन चीजों को बरामद किया गया है, उनका निर्माण किसी दूसरे देश में हुआ है या नहीं इसकी जांच में भी पुलिस जुटी है. साथ ही एजाज के अन्य साथियों के बारे में भी पता लगाने में कई जांच एजेंसियां लगी हुई हैं.
बोधगया ब्लास्ट में हाथ होने के भी मिले सबूत
आतंकी एजाज व अन्य पर आतंक से जुड़े कई मामले दर्ज हैं. उसमें एक एसटीएफ पीएस केस नंबर 06/19 कोलकाता की अदालत में लंबित है. साथ ही उसके बोधगया बम ब्लास्ट में हाथ होने के सबूत भी मिले हैं. 2008 से उसने जेएमबी को ज्वाइन किया था. खागड़ागढ़ में हुए धमाके में हुईं गिरफ्तारियों के बाद भारत में उसे जेएमबी का प्रमुख बनाया गया था.