फिर गिरा क्षतिग्रस्त मकान का हिस्सा

कोलकाता : बहूबाजार में बुधवार सुबह एक बार फिर क्षतिग्रस्त मकान का एक हिस्सा टूट कर गिर गया. हालांकि, उस मकान को पुलिस ने पहले ही खाली करा दिया था, जिसकी वजह से किसी के हताहत या घायल की कोई खबर नहीं है. बुधवार को केएमआरसीएल के विशेषज्ञों ने बहूबाजार के विभिन्न लेनों का दौरा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2019 2:04 AM

कोलकाता : बहूबाजार में बुधवार सुबह एक बार फिर क्षतिग्रस्त मकान का एक हिस्सा टूट कर गिर गया. हालांकि, उस मकान को पुलिस ने पहले ही खाली करा दिया था, जिसकी वजह से किसी के हताहत या घायल की कोई खबर नहीं है. बुधवार को केएमआरसीएल के विशेषज्ञों ने बहूबाजार के विभिन्न लेनों का दौरा किया और वहां के मकानों की स्थिति का जायजा लिया.

विशेषज्ञों का मानना है कि बुधवार तड़के हुई तेज बारिश की वजह से क्षतिग्रस्त मकान का हिस्सा टूट कर गिर गया. बुधवार को केएमआरसीएल की टीम वहां पहुंची और क्षतिग्रस्त मकानों के दरारों की जांच की. जानकारी के अनुसार, बहूबाजार में जमीन के नीचे कार्य शुरू करने से पहले केएमआरसीएल क्षतिग्रस्त मकानों का मरम्मत कार्य पूरा कर लेना चाहती है.

मकानों की हालत की जांच करने के बाद इसका मरम्मत कार्य शुरू किया जायेगा. वहीं, केएमआरसीएल ने सोमवार से क्षतिग्रस्त मकानों को तोड़ने का काम शुरू किया है, जो बुधवार को भी जारी रही. गौरतलब है कि ईस्ट-वेस्ट मेट्रो योजना के तहत राइटर्स से सियालदह स्टेशन तक जमीन के नीचे से मेट्रो के आवागमन के लिए टनेल का निर्माण किया जा रहा है.

इसकी वजह से बहूबाजार के दुर्गा पितुरी लेन, सैकरापाड़ा लेन, गौरी दत्त लेन सहित अन्य आस-पास के क्षेत्रों में लगभग 85 मकानों में दरारें पड़ गयी हैं. पिछले कुछ दिनों में कई मकान धराशायी हो गये हैं. इनमें पांच मकानों की स्थिति काफी खराब है, जिसे तोड़ने का काम केएमआरसीएल ने शुरू कर दिया है.

बहूबाजार का दौरा करने पहुंची विशेषज्ञों की टीम एक सदस्य ने बताया कि इलाके के सभी मकानों के स्थिति का बारीकी से जांच की जायेगी. उसके बाद विभिन्न चरणों में इनकी मरम्मत होगी. मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद जमीन के नीचे सुरंग के निर्माण पर विचार-विमर्श किया जायेगा.

केएमआरसीएल के एक अधिकारी के अनुसार, सभी मकानों की जांच करने के बाद एक रिपोर्ट तैयार की जायेगी. इस रिपोर्ट को तैयार करने में अभी और एक सप्ताह का समय लगेगा. मकानों को हुए नुकसान को देखते हुए उन्हें विभिन्न श्रेणियों में बांटा जायेगा. रिपोर्ट में भी इसकी विस्तृत जानकारी रहेगी. इसके बाद ही कोई निर्णय लिया जायेगा. गौरतलब है कि घटना के बाद से इलाके के लगभग 600 लोगों को होटल में रखा गया है और इसका पूरा खर्च केएमआरसीएल वहन कर रही है. जिन-जिन हाेटलों में लोगों को रखा गया है, वहां उन्हें मिलनेवाली परिसेवा का भी पूरा ध्यान रखा गया है. अधिकारी ने दावा करते हुए कहा कि अभी तक कहीं से भी कोई शिकायत नहीं मिली है.

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