कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार की तलाश के लिए CBI ने बनाया विशेष दल
नयी दिल्ली/कोलकाता : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार की तलाश करने के लिए विशेष दल का गठन किया है, जो सारधा पोंजी घोटाले के मामले में एजेंसी के समक्ष उपस्थित होने के नोटिस के बावजूद कथित रूप से टालमटोल कर रहे हैं. उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि […]
नयी दिल्ली/कोलकाता : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार की तलाश करने के लिए विशेष दल का गठन किया है, जो सारधा पोंजी घोटाले के मामले में एजेंसी के समक्ष उपस्थित होने के नोटिस के बावजूद कथित रूप से टालमटोल कर रहे हैं.
उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि एजेंसी कुमार की तलाश कर रही है और पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव को भी पत्र लिखा गया है कि वे कुमार को जांच दल के सामने उपस्थित होने का निर्देश दें. उन्होंने बताया कि कुमार का पता लगाने के लिए एक विशेष दल का गठन किया गया है. इससे पहले सीबीआई से दो बार नोटिस मिलने के बावजूद कुमार एजेंसी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए. उन्हें सारधा पोंजी घोटाले के संबंध में सीबीआई के समक्ष पेश होना था. एजेंसी ने उन्हें मंगलवार सुबह दस बजे पेश होने को कहा था लेकिन वह नहीं आये. उनके जांच एजेंसी के सामने आने में विफल रहने के कारण अब उनकी गिरफ्तारी की संभावना बढ़ गयी है. सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने अब कानून के तहत उपलब्ध अन्य विकल्प तलाशने शुरू कर दिये हैं.
इस बीच एक विशेष अदालत ने कुमार को अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया है. पश्चिम बंगाल के डीजीपी ने सोमवार को एक पत्र के जरिये सीबीआई को बताया था कि उसके नोटिस कुमार के आधिकारिक आवास पर भेजे गये थे और अभी उनका जवाब मिलना बाकी है. पत्र में शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा था कि अपने वकील के जरिये कुमार ने उन्हें बताया था कि वह 25 सितंबर तक छुट्टी पर हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वह कानूनी उपाय तलाशने का प्रयास कर रहे हैं. गौरतलब है कि सारधा ग्रुप ऑफ कंपनीज ने लोगों को उनके निवेश पर भारी मुनाफा देने का लालच देकर उनका करीब 2500 करोड़ रुपया हड़प लिया.