“हिंदी बोलनेवाले खुद को गर्वित महसूस करें”
आयोजन : आयकर भवन में हिंदी पखवाड़ा के समापन समारोह में बोले प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त कोलकाता : मौजूदा समय में हिंदी की प्रगति के बारे में सोचने के पहले हमे दर्द इस बात का है कि अंग्रेजी भाषा आगे निकल रही है, उनमें आगे निकलने की होड़ है. ऐसे होड़ में अगर हम भी […]
आयोजन : आयकर भवन में हिंदी पखवाड़ा के समापन समारोह में बोले प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त
कोलकाता : मौजूदा समय में हिंदी की प्रगति के बारे में सोचने के पहले हमे दर्द इस बात का है कि अंग्रेजी भाषा आगे निकल रही है, उनमें आगे निकलने की होड़ है. ऐसे होड़ में अगर हम भी शामिल हो गये तो शायद हम कभी उससे आगे नहीं निकल पायेंगे. हमारे मन में यह बस गया है कि अंग्रेजी में बातचीत करनेवाले ए ग्रेड के लोग होते हैं और हिंदी में बातचीत करनेवाले बी ग्रेड के होते हैं. बुधवार को आयकर भवन में आयोजित हिंदी पखवाड़ा के समापन समारोह के मौके पर प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त (पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम) व कार्यक्रम के अध्यक्ष विश्वनाथ झा ने यह बातें कहीं.
उन्होंने कहा कि हमारे मन में घर कर चुकी इस बात को मन से बाहर निकालना होगा. हिंदी में बोलने पर शर्मिंदगी नहीं, खुद पर गर्वित महसूस करना होगा. हमें अपने कामकाज को हिंदी में करने के साथ एक दूसरे से हमेशा हिंदी में बोलना होगा. जहां हिंदी नहीं बोली जाती, वहां भी हिंदी बोलना होगा, तभी हिंदी भाषा को उनके उचित स्थान पर पहुंचाने को लेकर हमारा प्रयास सफल होगा.
कार्यक्रम की प्रमुख अतिथि योगेश चंद्र चौधरी कॉलेज की हिंदी विभागाध्यक्ष ममता त्रिवेदी ने कहा : आजादी के 72वर्ष बीतने के बावजूद आज भी देश में हिंदी भाषा को वह मुकाम हासिल नहीं हो पाया, जिसकी वह हकदार है. आज हिंदी भाषा अंग्रेजी के अनुवाद पर निर्भर हो गयी है. हमारा मानना है कि आज भी हिंदी का भविष्य बेहतर है, लेकिन हमें इसकी गति बढ़ानी होगी.
इस मौके पर आयकर विभाग, पश्चिम बंगाल व सिक्किम की वार्षिक पत्रिका पूर्वांचल के 30वें अंक का लोकार्पण किया गया. कार्यक्रम में मुख्य आयकर आयुक्त एलसी जोशी रानी, आयकर के महानिदेशक राणमय दाश, मुख्य आयकर आयुक्त आर.एस. उपाध्याय के साथ राजभाषा अधिकारी अनूप कुमार सिंह मंच पर मौजूद थे. कार्यक्रम का संचालन आयकर विभाग के सहायक निदेशक (राजभाषा) सुनीता केशवानी ने किया. कार्यक्रम का समापन रंगारंग कार्यक्रम के साथ किया गया.