कोलकाता : वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी राजीव कुमार शुक्रवार को भी सीबीआइ कार्यालय नहीं पहुंचे. सूत्रों ने यह जानकारी दी. एजेंसी ने एक दिन पहले ही उनके खिलाफ ताजा नोटिस जारी किया था और सारधा चिट फंड मामले में पूछताछ के लिए पेश होने को कहा था.
कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त कुमार पर आरोप है कि उन्होंने 2,500 करोड़ रुपये के पोंजी घोटाला मामले में जांच के लिए महत्वपूर्ण सबूतों को कथित तौर पर दबाया. इस सप्ताह की शुरुआत में भी कुमार सॉल्ट लेक क्षेत्र में स्थित सीबीआइ के कार्यालय में पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए थे और उन्होंने सीबीआइ के नोटिस का उल्लंघन किया था.
सीबीआइ का एक विशेष जांच दल कुमार की तलाश कोलकाता के विभिन्न स्थानों पर कर रहा है. कुमार अब अपराध जांच विभाग में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हैं. एजेंसी ने बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर कुमार के फोन नंबर की मांग की थी, ताकि उनसे संपर्क किया जा सके.
राजीव कुमार सारधा घोटाला की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआइटी) का हिस्सा थे. इसके बाद वर्ष 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने यह मामला सीबीआइ को सौंप दिया था. सीबीआइ ने बृहस्पतिवार को कुमार के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट की मांग करते हुए अलीपुर अदालत का दरवाजा खटखटाया था.
अदालत ने एजेंसी की याचिका का निबटारा करते हुए कहा कि सीबीआइ को कुमार के खिलाफ वारंट की जरूरत नहीं है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट और कलकत्ता हाइकोर्ट ने पहले ही चिट फंड मामले में कुमार की गिरफ्तारी से रोक हटा ली है.