।। अजय विद्यार्थी ।।
कोलकाता : जादवपुर विश्वविद्यालय में आरएसएस समर्थित छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और वामपंथी समर्थित नक्सल छात्र संगठनों के बीच भिड़ंत के बीच नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रपौत्र व प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष चंद्र कुमार बोस ने राजनीतिक दलों से विश्वविद्यालय की राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करने का आह्वान किया है.
उन्होंने कहा कि छात्र यूनियनों को राजनीतिक दलों से जुड़ा नहीं होना चाहिए. राजनीतिक दल से जुड़े होने के कारण ही विश्वविद्यालयों में विवाद होता है और गड़बड़ी होती है. श्री बोस ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा कि राजनीतिक दलों को विश्वविद्यालय में हस्तक्षेप करना तत्काल बंद करना चाहिए. छात्र यूनियन पूरी तरह से स्वतंत्र हों तथा वे किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े नहीं हों.
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय कैंपस राजनीतिक दलों के लड़ाई का मैदान नहीं होना चाहिए. शिक्षा के लिए स्वस्थ वातावरण बनाये रखने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा विश्वविद्यालय और कॉलेज की छात्र राजनीति में हस्तक्षेप की परंपरा पर तत्काल रोक लगानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में पढ़ाई के समय छात्र किसी पार्टी के समर्थक हो सकते हैं, लेकिन राजनीतिक कैंपस के अंदर सक्रिय राजनीति नहीं होनी चाहिए. श्री बोस ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में छात्र यूनियन हो. विदेशी विश्वविद्यालयों ऑक्सफोर्ड व कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में भी छात्र यूनियन हैं, लेकिन किसी राजनीतिक दल से युक्त नहीं हैं. उनके पिताजी कैंम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र यूनियन के नेता थे, लेकिन यूनियन किसी भी पार्टी से युक्त नहीं था.