एनआरसी पर चलायेंगे अभियान
कोलकाता : राज्य में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लागू करने को लेकर इरादतन आतंक पैदा करने का तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बुधवार को कहा कि वे राज्य में इसके खिलाफ अभियान चलायेंगे, जिससे लोगों का डर दूर हो सके और नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर आम […]
कोलकाता : राज्य में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लागू करने को लेकर इरादतन आतंक पैदा करने का तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बुधवार को कहा कि वे राज्य में इसके खिलाफ अभियान चलायेंगे, जिससे लोगों का डर दूर हो सके और नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर आम राय बनायी जा सके.
उन्होंने कहा कि भगवा संगठन पश्चिम बंगाल में घर-घर अभियान चलायेंगे, जिससे एनआरसी को लेकर लोगों के डर को दूर किया जा सके. तृणमूल का नाम लिये बगैर प्रदेश में संघ के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि राजनीतिक दलों को अगर असम में अंतिम एनआरसी सूची में हिंदुओं के नाम हटाये जाने की चिंता है, तो उन्हें संसद में इस विधेयक का विरोध करने के बजाय इसका समर्थन करना चाहिए.
प्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा : एनआरसी और नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर हम जल्द ही घर-घर जाकर जागरुकता अभियान शुरू करेंगे. हम आम जनता को बतायेंगे कि क्यों अवैध बांग्लादेशी मुसलमान घुसपैठियों को निकालने के लिए एनआरसी जरूरी है और हम पहले नागरिकता (संशोधन) विधेयक लागू करेंगे, जिससे पड़ोसी देशों से आनेवाले हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता दी जा सके. उन्होंने आरोप लगाया : तृणमूल सिर्फ आतंक पैदा कर रही है जिससे लोगों में डर बैठाया जा सके.
हम इसका जवाब देंगे. राज्य में एनआरसी लागू होने की आशंका के बीच यहां और राज्य के दूसरे सरकारी व नगर निगम दफ्तरों में लोग जन्म प्रमाण-पत्र और अन्य जरूरी दस्तावेजों के लिए लंबी कतार में लग रहे हैं. भाजपा शासित असम में अंतिम राष्ट्रीय नागरिक पंजी में लाखों बंगालियों के नाम कथित तौर पर शामिल नहीं किये जाने के बाद लोगों में डर है. तृणमूल सरकार ने आश्वासन दिया है कि वह पश्चिम बंगाल में एनआरसी की इजाजत नहीं देगी.
विधेयक को लेकर तृणमूल के विरोध के संभावित संदर्भ में आरएसएस के दक्षिण बंगाल के प्रांत कार्यवह डॉ जिष्णु बसु ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल अपने निहित स्वार्थों को साधने के लिए आतंक पैदा कर रहे हैं. डॉ बसु ने कहा : अगर वे (तृणमूल) हिंदुओं को लेकर चिंतित हैं, तो नागरिकता (संशोधन) विधेयक का विरोध क्यों कर रहे हैं?
उन्हें इसका समर्थन करना चाहिए. हम स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं कि यह विधेयक जल्द ही संसद में पारित होगा, जिससे हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता दी जा सके. जो लोग चाहते हैं कि हिंदुओं को नगरिकता नहीं मिले, वे इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं. हमलोगों को एनआरसी और नागरिकता (संशोधन) विधेयक के बारे में अभियान चलाकर सूचित करेंगे.