आज एनआरसी पर बोलेंगे अमित शाह
दिलीप ने कहा : बंगाल में लागू होगा एनआरसी कोलकाता : एनआरसी और नागरिकता संशोधन विधेयक पर विवाद के बीच मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह नेताजी इंडोर स्टेडियम में अपना वक्तव्य रखेंगे. श्री शाह बंगाल में एनआरसी व नागरिकता संशोधन विधेयक पर दोपहर 2.30 बजे वक्तव्य रखेंगे. लोकसभा […]
दिलीप ने कहा : बंगाल में लागू होगा एनआरसी
कोलकाता : एनआरसी और नागरिकता संशोधन विधेयक पर विवाद के बीच मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह नेताजी इंडोर स्टेडियम में अपना वक्तव्य रखेंगे. श्री शाह बंगाल में एनआरसी व नागरिकता संशोधन विधेयक पर दोपहर 2.30 बजे वक्तव्य रखेंगे. लोकसभा चुनाव के बाद श्री शाह पहली बार कोलकाता आ रहे हैं और वह एनआरसी पर भाजपा के स्टैंड को साफ करेंगे.
श्री शाह दोपहर 1 बजे विशेष विमान से नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे. वहां से वह होटल वेस्टिन कोलकाता, राजारहाट जायेंगे, जहां प्रदेश भाजपा के नेताओं के साथ बैठक करेंगे. वहां से नेताजी इंडोर स्टेडियम दोपहर 2.30 बजे पहुंचेंगे. इसके बाद शाम को सात बजे सॉल्टलेक के बीजे ब्लॉक स्थित दुर्गापूजा पंडाल का उदघाटन करेंगे. उसके बाद विशेष विमान से दिल्ली रवाना हो जायेंगे.
इस बीच, प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने सोमवार को कोलकाता प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम के दौरान साफ कर दिया कि पहले नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होगा. उसके बाद बंगाल में एनआरसी लागू होगा और घुसपैठियों को देश से बाहर निकाला जायेगा.
श्री घोष ने जोर देकर कहा कि देश में रहने वाले मुसलमानों को भयभीत होने की जरूरत नहीं हैं.
इस देश का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ था और विभाजन के बाद भी बांग्लादेश सहित अन्य देशों ने भारी संख्या में मुसलमान केवल रोजगार के लिए इस देश में आये हैं. इससे यहां रहने वाले बंगाली मुसलमानों को ही सबसे ज्यादा क्षति हुई है.
उन्होंने कहा कि देश के मुसलमानों ने भी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समर्थन किया है, तभी भाजपा को लोकसभा चुनाव में इतनी अधिक सीटें मिली हैं. केवल माकपा, तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस जैसी पार्टियों ने मुसलमानों को वोटबैंक बना कर रखा है. उनके शासन काल में उनका विकास नहीं हुआ है, लेकिन प्रधानमंत्री ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास. प्रदेश भाजपा भी उसी नीति पर चल रही है.
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में फिलहाल एनआरसी की कोई बात नहीं है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी रैली निकाल रही हैं. विधानसभा में निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है. पूरे राज्य में एक आतंक का वातावरण पैदा किया जा रहा है. किसी के अन्य कारण से मौत हो रही है, तो उससे एनआरसी जोड़ दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एनआरसी को लेकर आतंक फैलाने की जिम्मेदारी तृणमूल कांग्रेस की है और यदि किसी की मौत होती है, तो उसकी जिम्मेदार सरकार ही होगी.
उन्होंने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने पहली बार बंगाली हिंदुओं की आवाज उठायी थी. वे बंगाल के जनक थे.
दूसरी ओर, विधानसभा में माकपा विधायक दल के नेता डॉ सुजन चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि एनआरसी के नाम पर सांप्रदायिक भेदभाव पैदा करने की कोशिश भाजपा कर रही है. यह गरीब के खिलाफ युद्ध की घोषणा है. आम लोगों में भय पैदा करना है.
उन्होंने कहा कि इस देश में ऐसे बहुत कम लोग हैं, जिनके पास 1971 के पहले के कागजात हैं और खास कर जो गरीब हैं, उनके पास तो हैं ही नहीं.
उन्होंने साफ कहा कि बंगाल में किसी की कीमत पर एनआरसी नहीं होने देंगे. एनआरसी का जोरदार विरोध किया जायेगा. उन्होंने भाजपा और तृणमूल कांग्रेस दोनों पर ही सांप्रदायिक कार्ड खेलने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे लोग नागरिक पंजीकरण का समर्थन करते हैं, लेकिन यह धर्म के आधार पर नहीं होना चाहिए.