केला के थम में छिपा कर नशीली दवाओं की हो रही तस्करी

भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ ने 899 बोतलें नशीली दवाएं जब्त की कहीं गंगा में बहा कर तो कहीं बाइक में छिपा कर ले जाते हैं नशीली दवाएं कोलकाता : भारत-बांग्लादेश सीमा पर पशु तस्करी व नशीली दवाओं की तस्करी रोकने को लेकर बीएसएफ की सख्ती के बाद अब तस्करों ने तस्करी का तरीका ही बदल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2019 1:41 AM

भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ ने 899 बोतलें नशीली दवाएं जब्त की

कहीं गंगा में बहा कर तो कहीं बाइक में छिपा कर ले जाते हैं नशीली दवाएं
कोलकाता : भारत-बांग्लादेश सीमा पर पशु तस्करी व नशीली दवाओं की तस्करी रोकने को लेकर बीएसएफ की सख्ती के बाद अब तस्करों ने तस्करी का तरीका ही बदल लिया है. मवेशियों की तरह अब वे नशीली दवाओं को भी केले के थम में बांध कर गंगा नदी में बहा कर जलमार्ग से बांग्लादेश भेजते हैं.
दक्षिण बंगाल बीएसएफ के जवानों ने ऐसे ही तस्करी का भंडाफोड़ करते हुए विभिन्न जगहों में छापेमारी कर कुल 899 बोतल नशीली दवाओं को जब्त किया है. बीएसएफ सूत्रों के मुताबिक बीएसएफ के 43 नंबर बटालियन के जवानों ने ड्यूटी के दौरान दयारामपुर आउटपोस्ट के पास गंगा नदी में भारी संख्या में केले के थम को गंगा नदी में बांग्लादेश की तरफ जाते देखा. संदेह होने पर उन थमों को नदी के किनारे लाने पर पाया कि प्रत्येक थम के बीच में नशीली दवाओं की बोतलें बंधी हैं.
सभी दवाओं को जब्त कर लिया गया. मुर्शिदाबाद के बहरमपुर स्थित 117 बटालियन के जवानों ने इसी तरह से नशीली दवाओं की 650 बोतलें जब्त की है. इसके अलावा उत्तर 24 परगना के नदिया जिले के कृष्णगंज में बाइक में छिपा कर ले जा रहे 60 बोतल नशीली दवाओं संग मिथुन रॉय (40) नामक एक तस्कर को पकड़ा गया है. बीएसएफ सूत्रों के मुताबिक इसके अलावा सोमवार देर रात से लेकर मंगलवार सुबह तक कुल 14 बांग्लादेशी घुसपैठियों व सीमा पर सक्रिय दो दलालों को भी पकड़ने में उन्हें सफलता मिली है.

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