कोलकाता : जादवपुर यूनिवर्सिटी (जेयू) में पिछले महीने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के साथ हुए विवाद व उसके बाद पूरे प्रकरण को लेकर जिस प्रकार से यूनिवर्सिटी के बारे में प्रचार किया गया है, इससे जेयू के पूर्व छात्र काफी दुखी हैं. जेयू को लेकर सिर्फ बंगाल ही नहीं, बल्कि पूरे देश में सोशल मीडिया के माध्यम से कई प्रकार की बातें कही जा रही थीं. इसे लेकर यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रों ने राज्यपाल व विवि के कुलाधिपति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखा है.
इस पत्र में जेयू के 1700 छात्रों ने हस्ताक्षर किये हैं. अब राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने पूर्व छात्रों को बुधवार को राजभवन में बैठक के लिए समय दिया है. इस बैठक में पूर्व छात्रों के छह प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे. साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि प्रतिनिधिमंडल में शामिल कोई भी छात्र किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा नहीं होगा. गौरतलब है कि 19 सितंबर को केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो यूनिवर्सिटी में एक सेमिनार में हिस्सा लेने पहुंचे थे, जहां यूनिवर्सिटी के छात्रों ने उनका घेराव किया था.
केंद्रीय मंत्री को यूनिवर्सिटी से छुड़ाने के लिए राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी वहां गये थे, छात्रों ने उनका भी रास्ता रोक दिया था. जादवपुर यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र तन्मय घोष ने बताया कि उक्त दिन की घटना को लेकर 1700 पूर्व छात्रों द्वारा हस्ताक्षर किया हुआ पत्र राज्यपाल को सौंपा गया है और राज्यपाल ने बुधवार को मिलने का समय दिया है.
उन्होंने उक्त दिन की घटना की निंदा की. लेकिन घटना के बाद जिस प्रकार से यूनिवर्सिटी के बारे में सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया गया, ऐसा लगता है कि जादवपुर यूनिवर्सिटी में सिर्फ यही होता है. इससे यूनिवर्सिटी की छवि खराब हुई है.