बाबुल सुप्रियो विवाद के एक माह बाद जादवपुर विश्वविद्यालय की बैठक में शामिल हुए राज्यपाल
कोलकाता : जादवपुर विश्वविद्यालय परिसर में उग्र छात्रों की भीड़ से केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को ‘सुरक्षित निकालने’ के एक माह बाद शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ विश्वविद्यालय की ‘कोर्ट’ बैठक में शामिल हुए. बैठक विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाने वाली मानद डिग्री होनोरिस कॉसा के नामों का फैसला करने के संबंध […]
कोलकाता : जादवपुर विश्वविद्यालय परिसर में उग्र छात्रों की भीड़ से केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को ‘सुरक्षित निकालने’ के एक माह बाद शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ विश्वविद्यालय की ‘कोर्ट’ बैठक में शामिल हुए. बैठक विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाने वाली मानद डिग्री होनोरिस कॉसा के नामों का फैसला करने के संबंध में हुई.
राज्यपाल राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति भी हैं. वह सुबह 11 बजे विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचे और कुलपति के साथ बैठक की. करीब एक घंटे तक चली बैठक में प्रो-वाइस चांसलर, रजिस्ट्रार और विभिन्न विभागों के प्रमुख भी शामिल हुए.
अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग के प्रमुख ओमप्रकाश मिश्रा के मुताबिक, राज्यपाल से ‘कोर्ट’ द्वारा सर्वसम्मति से मानद डिग्री प्रदान करने के लिए तय किये गये चार नामों पर गौर करने का आग्रह किया गया. राज्यपाल ने प्रस्ताव पर सहमति जतायी या नहीं, यह पूछने पर मिश्रा ने कहा कि हालांकि उन्होंने इसका विरोध नहीं किया, लेकिन यह भी स्पष्ट कर दिया कि आगे से निर्णय लेने की प्रक्रिया में उन्हें शामिल किया जाना चाहिए.
उल्लेखनीय है कि 19 सितंबर, 2019 को विश्वविद्यालय में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को काले झंडे दिखाये गये और विद्यार्थियों के एक धड़े ने उनके साथ धक्का-मुक्की की. उन्हें परिसर से बाहर जाने से भी रोका गया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए धनखड़ को वहां पहुंचना पड़ा.