जरूरत पड़ी तो अमित शाह से बात करेंगे : बांग्लादेश

कोलकाता : बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने उम्मीद जतायी है कि बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) की गोलाबारी में शहीद बीएसएफ के एक जवान की घटना का प्रभाव दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह ‘स्थिति को शांत करने’ के लिए अपने समकक्ष अमित शाह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2019 1:30 AM

कोलकाता : बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने उम्मीद जतायी है कि बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) की गोलाबारी में शहीद बीएसएफ के एक जवान की घटना का प्रभाव दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह ‘स्थिति को शांत करने’ के लिए अपने समकक्ष अमित शाह से बात करेंगे.

खान ने कहा कि गुरुवार को बांग्लादेश के जलक्षेत्र में पकड़े गये मछुआरे को नियमों के अनुसार रिहा किया जायेगा. उन्होंने कहा : सुरक्षाबलों के बीच गलतफहमी की वजह से सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के हेड कांस्टेबल विजय भान सिंह की जान चली गयी.

भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए कदम उठाये गये हैं और अगर जरूरत पड़ी, तो स्थिति को शांत करने कि लिए मैं अमित शाह से बात करूंगा. बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के एक जवान ने पश्चिम बंगाल से सटी सीमा पर ‘फ्लैग मीटिंग’ के दौरान एके-47 से गोली चलायी, जिसमें भान सिंह की मौत हो गयी और राजवीर यादव घायल हो गये. बीएसएफ ने एक बयान में बताया कि मुर्शिदाबाद जिले में सुबह नौ बजे यह घटना हुई.

खान ने इस घटना को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार देते हुए कहा कि दोनों देशों के सुरक्षाबलों के महानिदेशकों को आदर्श तौर पर साथ बैठना चाहिए और इसका समाधान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सौहार्द्रपूर्ण संबंध हैं और यह बीएसएफ व बीजीबी पर भी लागू होता है. खान ने कहा : एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, लेकिन मुझे उम्मीद है कि दोनों ही बलों के महानिदेशक साथ में बैठेंगे और मामला सुलझायेंगे. उनसे जब बांग्लादेश की हिरासत में भारत के मछुआरे के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा : उन्हें छोड़ दिया जायेगा.

जब मछुआरे अनजाने में एक-दूसरे के क्षेत्र में घुसते हैं, तो उन्हें तय प्रक्रिया के तहत फ्लैग मीटिंग के दौरान छोड़ दिया जाता है. खान ने यह भी कहा कि इस घटना से साल में दो बार होनेवाली सुरक्षाबलों की महानिदेशक स्तर की बैठक पर कोई असर नहीं पड़ेगा. यह बैठक दिल्ली में इस साल के अंत में होनेवाली है.
उन्होंने दोहराया : जहां तक मेरी जानकारी है कि बीजीबी और बीएसएफ के बीच तय समयसीमा अनुसार ही बैठक होगी. अगर जरूरत पड़ी, तो मैं इस मामले को सुलझाने के लिए अमित शाह से बात करूंगा. हमारा विश्वास है कि इस तरह की समस्याओं को फ्लैट मीटिंग के दौरान हल किया जाना चाहिए. इससे पहले, महानिदेशक स्तर की बातचीत इस साल जून में ढाका में आयोजित हुई थी.

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