पश्चिम बंगाल के आम लोग तनाव में, सरकारी कार्यालयों में छुट्टियां ही छुट्टियां

शिव कुमार राउत कोलकाता : असम के बाद पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) लागू करने के कयासों के बीच राजनीतिक सरगर्मियां तो बढ़ ही गयी हैं, आम लोग भी परेशान हैं. कोलकाता में लोग ‘नागरिकता’ पहचान के दस्तावेज दुरुस्त करने में जुट गये हैं. त्योहारों के मौसम में भी कोलकाता नगर निगम (केएमसी) […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2019 4:10 PM

शिव कुमार राउत

कोलकाता : असम के बाद पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) लागू करने के कयासों के बीच राजनीतिक सरगर्मियां तो बढ़ ही गयी हैं, आम लोग भी परेशान हैं. कोलकाता में लोग ‘नागरिकता’ पहचान के दस्तावेज दुरुस्त करने में जुट गये हैं. त्योहारों के मौसम में भी कोलकाता नगर निगम (केएमसी) में जन्म प्रमाण पत्र के लिए भीड़ उमड़ रही है. लेकिन, सरकारी कार्यालयों में लंबी छुट्टियों से लोग काफी तनाव में हैं.

खासकर सीनियर सिटीजन का वह वर्ग, जिन्हें अब तक जन्म प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं पड़ी थी. लेकिन, ‘एनआएसी के मसौदे’ से डरे कुछ लोग कोर्ट के ऑर्डर के साथ जन्म प्रमाण पत्र हेतु केएमसी पहुंच रहे हैं. कोलकाता के 86 नंबर वार्ड निवासी बाबला चैधरी (62) कहते हैं, ‘सचमुच में कलयुग आ गया है. यहीं बचपन बीता, जवानी भी गयी, लेकिन कभी जन्म प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं पड़ी. अब बुढ़ापे में बर्थ सर्टिफिकेट बनवाना पड़ रहा है.’

वह आगे कहते हैं, ‘29 सितंबर से ही इस प्रमाण पत्र के चक्कर में केएमसी का चक्कर लगा रहे हैं. अब तक मेरा नंबर नहीं आया है. एक तो निगम ने नियम बना रखा है कि हर दिन 100 लोगों के ही बर्थ सर्टिफिकेट बनेंगे. दूसरा, यहां के कर्मचारियों की भारी-भरकम छुट्टी. 2 से 15 अक्टूबर तक निगम बंद रहा. अब 21 अक्टूबर को जाऊंगा, देखते हैं क्या होता है?’ बेहला स्थित 128 नंबर वार्ड के निवासी नानटू पाल ने बताया कि उनके मकान में नल का कनेक्शन लगवाना है. सरकारी कार्यालयों में छुट्टी की वजह से यह काम नहीं हो रहा.

सरकारी कर्मचारियों की छुट्टी की लिस्ट

त्योहारों पर छुट्टियां देने के मामले में पश्चिम बंगाल सरकार का कोई जवाब नहीं. इस वर्ष दुर्गापूजा को लेकर दफ्तरों में 14 दिन की लंबी छुट्टी रही. इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक सरकारी महकमों में छुट्टी रही. 27 अक्टूबर को कालीपूजा है. इसलिए दीपावली की छुट्टी 28 अक्टूबर सोमवार को दी गयी है. 26 अक्टूबर (शनिवार) को भी सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे. इसके बाद 29 अक्टूबर को भैया दूज की छुट्टी होगी. यानी अक्टूबर महीने में सरकारी कर्मचारी 11 दिन काम करके 31 दिन का वेतन लेंगे.

छठ महापर्व इस वर्ष 2-3 नंवबर को है. शनिवार व रविवार होने के कारण प्रशासन ने सेक्शनल हॉलीडे के अंतर्गत छठ पूजा करने वाले कर्मचारियों को चार नवंबर यानी सोमवार को छुट्टी देने की घोषणा की है. ज्ञात हो कि वाम मोर्चा के 34 वर्ष के शासनकाल में कर्मचारियों को छठ पर्व की कभी छुट्टी नहीं मिली. अब तो शिवरात्रि ,जमाई षष्ठी, भाई दूज जैसे त्योहारों पर भी अवकाश मिल रहे हैं.

छुट्टी है डैमेज कंट्रोल का प्रयास

कर्मचारी संगठनों ने दुर्गापूजा, दीपावली एवं काली पूजा के अवसर पर लंबी छुट्टी को सरकार के प्रति कर्मचारियों के गुस्से को कम करने का तरकीब करार दिया है. सरकारी कर्मचारी परिषद के संयोजक देवाशीष शील ने कहा कि वेतन आयोग वर्ष 2016 में लागू हुआ. चार वर्ष बाद एक जनवरी, 2020 से नये पे स्केल के तहत कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया जायेगा. लेकिन, कर्मचारियों के चार वर्ष के एरियर का भुगतान नहीं किया जायेगा. वहीं, करीब 17 फीसदी डीए भी बकाया है.

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