अजय विद्यार्थी
कोलकाता : सऊदी अरब के जेद्दा में फंसे पश्चिम बंगाल के 20 लोगों सहित कुल 21 भारतीयों की भारत वापसी की उम्मीद बढ़ गयी है. जेद्दा स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने जेद्दा में फंसे भारतीयों से संपर्क किया है. कंपनी से उन भारतीयों के पासपोर्ट तथा अन्य कागजात मांगे हैं, ताकि उनकी वापसी सुनिश्चित की जा सके.
उल्लेखनीय है कि सोना के 21 कारीगरों में चार हावड़ा से, 10 हुगली से, तीन पूर्व बर्दवान से, दो उत्तर और एक दक्षिण 24 परगना जिले से हैं. एक अन्य मुंबई के ठाणे से है. ये सभी मुंबई के गोल्ड मार्केट में कारीगर थे. एक मानव तस्कर के जाल में फंस गये. वहां से अपने परिजनों से संपर्क कर मदद की गुहार लगायी.
पूरे मामले को विदेश मंत्रालय तक ले जाने वाले नेशनल एंटी ट्रैफिकिंग कमेटी के चेयरपर्सन शेख जिन्नार अली फिलहाल दिल्ली में हैं. वह विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं. उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय को पूरी जानकारी देने के बाद जेद्दा स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने वहां फंसे लोगों से संपर्क किया है.
यह भी पता चला है कि सऊदी अरब के दूतावास में मौजूद अधिकारियों ने भारतीय स्वर्णाभूषण बनाने वाले कारीगरों को काम पर रखने वाली कंपनी से संपर्क किया है. कंपनी से कारीगरों के पासपोर्ट व अन्य जरूरी दस्तावेज विभाग ने मांगा है. शेख जिन्नार ने उम्मीद जतायी है कि दो-तीन दिन में प्रक्रिया पूरी हो जायेगी और सभी लोगों के स्वदेश लौटने की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी.
जेद्दा से हुगली के पांडुआ के शेख नजरुल इसलाम ने बताया कि गुरुवार को सुबह आठ बजे जेद्दा स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने उन लोगों से संपर्क किया और पूरी स्थिति जानकारी मांगी. उन लोगों ने पूरी जानकारी दे दी है. अधिकारी ने कहा है कि कंपनी एनओसी और पासपोर्ट दे दे, तो वे सभी लोगों की वापसी की व्यवस्था कर देंगे. उन्होंने उम्मीद जतायी है कि जल्द ही इस बाबत कोई फैसला लिया जायेगा.