शोभन-बैशाखी के भाजपा छोड़ने से नहीं पड़ेगा कोई फर्क : दिलीप घोष
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए कोलकाता के पूर्व मेयर व पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी व उनकी महिला मित्र बैशाखी बनर्जी के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घर जाकर भाई फोटा लेने से प्रदेश भाजपा हैरानी में है और पूरे मामले की लीपा-पोती में लग गया है, हालांकि विगत कुछ दिनों से शोभन […]
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए कोलकाता के पूर्व मेयर व पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी व उनकी महिला मित्र बैशाखी बनर्जी के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घर जाकर भाई फोटा लेने से प्रदेश भाजपा हैरानी में है और पूरे मामले की लीपा-पोती में लग गया है, हालांकि विगत कुछ दिनों से शोभन चटर्जी के साथ भाजपा की बढ़ती दूरियां के बाद केवल समय का ही इंतजार था कि कब शोभन चटर्जी की तृणमूल कांग्रेस में वापसी होगी.
मंगलवार को शोभन और बैशाखी के सुश्री बनर्जी के आवास पर जाने की घटना से इस पर मुहर लग गयी है. सुश्री बनर्जी के साथ शोभन और बैशाखी की मुलाकात को महत्व देने से इनकार करते हुए प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष कहते हैं कि यह एक सामाजिक उत्सव है और इसमें लोग एक दूसरे से मिलने जाते ही रहते हैं. इसमें ऐसी कोई बड़ी बात नहीं है.
उन्होंने कहा कि राज्यपाल भी काली पूजा के दिन मुख्यमंत्री के आवास पर गये थे. यह पूछे जाने पर शोभन व बैशाखी के ममता के आवास पर जाने को उनकी घर वापसी से जोड़कर देखा जा रहा है, श्री घोष ने कहा कि यह उनका निजी मामला है. इससे पार्टी का कुछ भी लेना-देना नहीं है. वे लोग परिपक्व हैं और उन्हें अपना निर्णय लेने का पूरा अधिकार है.
श्री घोष ने इसके साथ ही जोड़ते हुए कहा कि वैसे शोभन और बैशाखी भाजपा में आने के बाद सक्रिय भी नहीं थे और उनके पास पार्टी की कोई जिम्मेदारी नहीं थी. वह पार्टी के मात्र एक सामान्य सदस्य थे. वह पार्टी के कोई पदाधिकारी भी नहीं थे. यह पूछे जाने पर क्या इससे भाजपा की नीति में कोई बदलाव होगा. उन्होंने कहा कि इसका पार्टी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. राज्य की जनता ने मन बना लिया और अगले विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता तृणमूल शासन से मुक्ति चाहती है.