आरएसएस का देशवासियों से आग्रह- राम जन्मभूमि पर फैसले को खुलेमन से करें स्वीकार
कोलकाता : श्रीराम जन्मभूमि के स्वामित्व विवाद का फैसला सुप्रीम कोर्ट अगले महीने सुनाएगा. इस संदर्भ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बुधवार को देशवासियों से आग्रह किया है कि सुप्रीम कोर्ट को फैसला जो भी, उसको खुलेमन से स्वीकार करें और शांति एवं सौहार्द्र भी बनाए रखें. आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण […]
कोलकाता : श्रीराम जन्मभूमि के स्वामित्व विवाद का फैसला सुप्रीम कोर्ट अगले महीने सुनाएगा. इस संदर्भ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बुधवार को देशवासियों से आग्रह किया है कि सुप्रीम कोर्ट को फैसला जो भी, उसको खुलेमन से स्वीकार करें और शांति एवं सौहार्द्र भी बनाए रखें.
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने एक वक्तव्य में कहा कि आगामी दिनों में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के वाद पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने की संभावना है. निर्णय जो भी आए उसे सभी को खुलेमन से स्वीकार करना चाहिए.
निर्णय के बाद देशभर में वातावरण सौहार्द्रपूर्ण रहे, यह सबका दायित्व है. उल्लेखनीय है कि मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने इस बहुचर्चित मामले पर सुनवायी पूरी कर अपना फैसला सुरक्षित रखा हुआ है.
मुख्य न्यायाधीश गोगोई 17 नवंबर को सेवानिवृत्त होंगे. उनकी सेवानिवृत्ति से पहले फैसला आ जाएगा. अरुण कुमार ने बताया कि 30 अक्टूबर से पांच नवम्बर तक हरिद्वार में प्रचारक वर्ग के साथ दो दिवसीय बैठक भी होनी थी, लेकिन प्रचारक वर्ग को कुछ कारणों से स्थगित कर दिया गया है.
वहीं दो दिवसीय बैठक का स्थान बदलकर हरिद्वार की जगह दिल्ली कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि बैठक में श्रीराम जन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के संदर्भ में भी चर्चा होगी.