कोलकाता : माकपा के पोलित ब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम ने फोन पर कहा कि एनआरसी के मुद्दे पर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं. उन्होंने कहा कि सारधा व नारद कांड से बचने के लिए मुख्यमंत्री अपने भतीजे अभिषेक बंद्योपाध्याय व पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को बचाने के लिए एनआरसी के खेल में भाजपा के साथ शामिल हैं.
एनआरसी को लेकर भाजपा की ओर से जिस तरह का बयान सामने आ रहा है. उसके खिलाफ इस प्रदेश के लोग विरोध में हैं. लोग जात पात और धर्म भूल कर इस लड़ाई में केंद्र सरकार के खिलाफ शामिल हो रहे हैं, लेकिन इस मामले में तृणमूल कांग्रेस अपना पीठ बचाने में जुटी हुई है.
उन्होंने कहा कि अगर तृणमूल कांग्रेस एनआरसी के खिलाफ होती तो उनकी सरकार ने इस मुद्दे पर लोगों के बीच आतंक फैलाने के आरोप में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष और अन्य नेताओं के खिलाफ एफआइआर क्यों नहीं दर्ज की, क्योंकि एनआरसी के आतंक से कई लोगों की जान गयी और कई लोग आत्महत्या करने पर मजबूर हुए. राज्य सरकार चाहती तो इन लोगों को मृत्यु के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज कर सकती थी.
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में एनआरसी के मुद्दे को लेकर भाजपा चुनाव में उतरना चाहती है. वह हर हाल में इसको लागू करने के पक्ष में है. ममता बनर्जी इसका खुल कर विरोध कर रही हैं, लेकिन उनका विरोध महज दिखावा भर है. ऐसा आरोप सलीम लगा रहे हैं.