कोलकाता : केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर (सीजीएसटी) विभाग ने गलत तरीके से इनपुट कर क्रेडिट (आईटीसी) लेने के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों ने सरकारी खजाने को करीब 400 करोड़ रुपये का चूना लगाया है. इनमें से एक व्यक्ति को सात दिन के लिए सीजीएसटी कार्यालय में विभागीय हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि अन्य तीन लोगों को इतने ही दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सूत्रों ने कहा कि जरूरत होने पर हम इस मामले की समीक्षा करेंगे. हम मनी लॉन्ड्रिंग के पहलू पर गौर करेंगे. विभाग के सूत्रों ने कहा कि इस घोटाले का सूत्रधार पंकज बागला एक ब्रोकर के रूप में काम करता था. उसने आईटीसी का दावा करने के लिए उपक्रमों को फर्जी बिल उपलब्ध कराये. एक अन्य गिरफ्तार व्यक्ति बी सिंघानिया चार्टर्ड अकाउंटेंट है. दो अन्य गिरफ्तार व्यक्ति आर कयाल और एस कयाल भाई हैं.
सूत्रों के अनुसार, ये दोनों जेन्यूइन एंटरप्राइज के मालिक हैं. ये दोनों चमड़े के बटुए नकद खरीदते थे और बागला उन्हें फर्जी बिल उपलब्ध कराता था. सूत्रों ने बताया कि यह जीएसटी घोटाला है. यह घोटाला करीब 400 करोड़ रुपये का आंका गया है. हालांकि, बाद में यह राशि और बढ़ सकती है.