बंगाल में प्रभात खबर के नाम पर हुआ दुष्प्रचार, बेबुनियाद और मनगढ़ंत खबर छपे लीफलेट बंटे

खड़गपुर : पश्चिम बंगाल के खड़गपुर सदर विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव के बीच कुछ असामाजिक तत्व प्रभात खबर डॉट कॉम के नाम का दुरुपयोग कर गलत प्रचार कर रहे हैं. ऐसे अवांछित तत्व प्रभात खबर की विश्वसनीयता को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. शनिवार को खड़गपुर शहर के कुछ इलाकों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2019 4:39 PM

खड़गपुर : पश्चिम बंगाल के खड़गपुर सदर विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव के बीच कुछ असामाजिक तत्व प्रभात खबर डॉट कॉम के नाम का दुरुपयोग कर गलत प्रचार कर रहे हैं.

ऐसे अवांछित तत्व प्रभात खबर की विश्वसनीयता को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. शनिवार को खड़गपुर शहर के कुछ इलाकों में प्रभात खबर डॉट कॉम के लोगो का दुरुपयोग करते हुए गलत और आधारहीन सूचना को प्रचारित करने के लिए लीफलेट बांटे गये.

इन लीफलेट में गैर कानूनी तरीके और गलत इरादे से प्रभात खबर डॉट कॉम के लोगो का इस्तेमाल कर ‘हिंदी बोलने वालों की बंगाल में कोई जगह नहीं – दिलीप घोष’ जैसी एक लाइन की एक सूचना प्रकाशित की गयी, जबकि प्रभात खबर डॉट कॉम ने कभी भी ऐसी कोई खबर प्रकाशित ही नहीं की है. यह खबर पूरी तरह से बेबुनियाद और मनगढ़ंत है.

गलत मकसद से इसे छपवा कर प्रचारित किया जा रहा है, जो पूरी तरह अवैध व अनैतिक है. प्रभात खबर इस मामले में कानूनी कार्रवाई पर भी विचार कर रहा है.

शनिवार की सुबह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दिलीप घोष ने इस बाबत प्रभात खबर का ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने भी स्वीकार किया कि प्रभात खबर ने कभी भी ऐसी कोई खबर प्रकाशित नहीं की है. दिलीप घोष ने कहा- खड़गपुर में हार के डर से टीएमसी झूठा प्रचार कर रही है. जगह-जगह मेरे नाम पर लीफलेट वितरित किये जा रहे हैं.

‘हिंदी बोलने वालों की बंगाल में कोई जगह नहीं – दिलीप घोष’ लिख कर लीफलेट बांटे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से गलत प्रचार है. उन्होंने कभी भी ऐसा नहीं कहा और भाजपा इसका जोरदार खंडन भी करती है. उन्होंने कहा- जब कोई हताश हो जाता है, तो इसी तरह का दुष्प्रचार करता है. दूसरी ओर, खड़गपुर नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन व तृणमूल कांग्रेस के पार्षद जवाहर लाल ने इसमें तृणमूल कांग्रेस की संलिप्तता से इनकार करते हुए कहा कि यह भाजपा के आंतरिक कलह का परिणाम है. इसमें तृणमूल कांग्रेस का कोई हाथ नहीं है.

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