हनीमेन संस्था के दुर्गापुर स्थित कार्यालय में लगा ताला

करोड़ों रुपये की जमीन बेची, जमीन का म्यूटेशन नहीं हो रहा लोगों के करोड़ों रुपये डूबने का खतरा दुर्गापुर : जमीन प्लॉटिंग कर बेचने और जमीन विकसित कर लोगों को मुहैया कराने वाली हनीमेन हाउसिंग एंड डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड की दुर्गापुर कोकओवन थाना अंतर्गत एसबी मोड़ पर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पिछले करीब 10 महीनों से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2019 1:52 AM

करोड़ों रुपये की जमीन बेची, जमीन का म्यूटेशन नहीं हो रहा

लोगों के करोड़ों रुपये डूबने का खतरा
दुर्गापुर : जमीन प्लॉटिंग कर बेचने और जमीन विकसित कर लोगों को मुहैया कराने वाली हनीमेन हाउसिंग एंड डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड की दुर्गापुर कोकओवन थाना अंतर्गत एसबी मोड़ पर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पिछले करीब 10 महीनों से बंद होने से ग्राहकों के करोड़ों रुपया डूबने की संभावना प्रबल हो गयी है. कंपनी ने दुर्गापुर और आसनसोल महकमा क्षेत्र में जमीन की प्लॉटिंग कर ग्राहकों से करोड़ो रूपये की उगाही की है. संस्था की जमीन का म्यूटेशन नहीं होने से जिले में चार हजार से अधिक लोगों का करोड़ो रूपये डूबने खतरा मंडराने लगा है.
सरकार के नियमानुसार 24.22 एकड़ से अधिक जमीन बिना अनुमति के होने पर उसे भेस्ट कर दी जाती है. इसी नियम के तहत संस्था की जमीन की जांच आरम्भ होने से राज्य के सभी जिलों में संस्था की जमीन का म्यूटेशन करने पर रोक लगा दी गयी है. ऐसे में क्षेत्रीय कार्यालय भी बंद हो जाने से लोग जमीन का मालिकाना या पैसे के लिए दर बदर भटक रहे है.
सनद रहे कि वर्ष 2006 में उक्त संस्था ने जिले के आसनसोल, दुर्गापुर सागरभांगा, राजबांध आदि इलाकों में जमीन अधिग्रहण कर प्लॉटिंग का कार्य आरंभ किया. संस्था से जमीन लेने वाले ग्राहक दीपेन सोम के अनुसार कम्पनी तीन साल की क़िस्त पर जमीन मुहैया करा रही थी. जमीन का सारा पैसा भुगतान होने के बाद जमीन की रजिस्ट्री करने और म्यूटेशन करवाने का लिखित वादा किया था.
जमीन का पैसा भुगतान होने के बाद यदि कोई ग्राहक जमीन नहीं लेना चाहे तो उसे 18 प्रतिशत की दर से मूल राशि पर व्याज देकर सारा पैसा एक साथ भुगतान करने की बात कही थी. पैसे का पूरा भुगतान होने के बाद आधे लोगों की जमीन रजिस्ट्री नहीं हुई और जिनकी रजिस्ट्री हुई उनका जमीन म्यूटेशन नहीं हो रहा है. ऐसे में जमीन लेने वाले ग्राहक बुरी तरह फंस गए हैं.
संस्था के दुर्गापुर क्षेत्रीय कार्यालय के निकट चाय विक्रेता संतोष राय ने बताया कि जमीन बेचने वाली कंपनी का पिछले करीब 10 महीने से बंद है. कार्यालय के सामने कभी-कभी कुछ लोग आकर पूछताछ करते हैं और चले जाते हैं. कार्यालय के संचालको का कोई पता नहीं है. स्थानीय लोगों ने बताया कि हनीमैन हाउसिंग संस्था पांच पार्टनरों ने मिलकर आरम्भ की थी. संस्था ने दुर्गापुर के हजारों लोगों को जमीन विक्रय किया था. लेकिन जमीनों का म्यूटेशन ना होने के कारण कार्यालय बंद कर भूमिगत हो गए.
जिसके कारण संस्था से जमीन खरिदने वाले लोगों का करोड़ों रुपया डूबने की कगार पर है. यह पांच पार्टनर उक्त संस्था को बंद कर अब होटल, लॉज आदि खोलकर व्यवसाय कर रहे हैं. ग्राहकों के डर से के अधिकांश समय फरार रहते हैं. ग्राहक अब इनके घर भी पहुंचने लगे हैं लेकिन ये लोग किसी ग्राहक से नहीं मिल रहे है. घर जाने पर यही जवाब मिलता है कि घर पर नहीं है.

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