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वस्त्र उद्योग में 20 लाख रोजगार सृजन की संभावना

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By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2019 1:41 AM
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आइसीसी नेशनल एक्सपर्ट कमिटी ऑन टेक्सटाइल्स के चेयरमैन संजय जैन ने दी जानकारी

इको पार्क में छह दिसंबर से होगा तीन दिवसीय बायर-सेलर मीट एंड एग्जीबिशन इंडिया ट्रेड एक्सपो
कोलकाता : आज वैश्विक स्तर पर निर्यात में बंगाल की उपस्थिति बमुश्किल 1.5 प्रतिशत है, जबकि घरेलू बाजार में इसकी पांच प्रतिशत हिस्सेदारी है. न्यूटाउन के इकोपार्क में होने वाली तीन दिवसीय तीन दिवसीय रिवर्स बायर्स-सेलर मीट एंड एग्जीबिशन इंडिया ट्रेड एक्सपो के आयोजन से बंगाल से निर्यात को बढ़ावा मिलेगा.
वस्त्र उद्योग का विकास बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें रोजगार सृजन की काफी संभावनाएं होती हैं और अगले पांच वर्षों में इस क्षेत्र में लगभग 15-20 लाख श्रमिकों (महिलाओं का एक बड़ा हिस्सा) को रोजगार मिलेंगे, ऐसी ही संभावना है. ये बातें आइसीसी नेशनल एक्सपर्ट कमिटी ऑन टेक्सटाइल्स के चेयरमैन संजय जैन ने कहीं.
शुक्रवार को इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स (आइसीसी) की ओर से आइसीसी में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि न्यूटाउन इकोपार्क में छह से लेकर आठ दिसंबर तक टेक्सटाइल, वस्त्र, फैशन, होम टेक्सटाइल, यार्न और जूट पर तीन दिवसीय रिवर्स बायर-सेलर मीट एंड एग्जीबिशन इंडिया ट्रेड एक्सपो का आयोजन होने जा रहा है. इसमें यूएई, आस्ट्रेलिया, सऊदी अरब, मिस्र, मोरक्को, चीन, थाइलैंड, श्रीलंका, म्यांमार, पोलैंड, मॉरीशस, मलेशिया, इरान, फिलिस्तीन समेत कुल 19 देशों से 50 अंतर्राष्ट्रीय बायर्स आ रहे हैं. यह बंगाल के टेक्सटाइल सेक्टर के साथ-साथ एमएसएमई सेक्टर के लिए आगे बढ़ने की उम्मीद है.
अंतर्राष्ट्रीय खरीदारों के अलावा, इस आयोजन में देशभर के कुछ उद्योग के प्रमुख भी भाग लेंगे, जो अपने खरीदारों का समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा कि यह टेक्सटाइल उद्योग के लिए विशेष रूप से एमएसएमई के लिए एक गेम चेंजर साबित होगा. इस आयोजन का मूल उद्देश्य देश के बाहर जाने और निवेश करने के लिए फंड की कमी वाले छोटे व्यापारियों को वैश्विक स्तर पर अपना प्रदर्शन और निर्यात को बढ़ावा देना है.
कर्नाटक, इस इवेंट का पार्टनर स्टेट है. मौके पर सामाजिक उद्यमी व रक्षक फाउंडेशन की ट्रस्टी चैताली दास ने कहा कि कपड़ा उद्योग कारीगरों और विशेष रूप से महिलाओं के योगदान पर पनपता है, इसलिए यह आयोजन स्थानीय एमएसएमइ को एक बड़ा मंच देगा और इस क्षेत्र में राज्य में महिलाओं और कारीगरों को सशक्त करेगा.

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