महानगर में बनाये रखें शांति
कोलकाता : पिछले कुछ दिनों से बंगाल के कुछ हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन व हंगामे को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के मद्देनजर कड़ा निर्णय लिया गया है, ताकि महानगर में शांति बनाये रखने के साथ ही आमलोगों को किसी तरह की दिक्कतें नहीं हों. […]
कोलकाता : पिछले कुछ दिनों से बंगाल के कुछ हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन व हंगामे को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के मद्देनजर कड़ा निर्णय लिया गया है, ताकि महानगर में शांति बनाये रखने के साथ ही आमलोगों को किसी तरह की दिक्कतें नहीं हों.
रविवार को कोलकाता पुलिस आयुक्त अनुज शर्मा ने महानगर के सभी थानों के प्रभारियों, एसी से लेकर डीसी तक के सभी अधिकारियों को सतर्क किया है. उन्होंने सभी को साफ तौर पर निर्देश जारी किया है कि कोलकाता में कहीं भी इस तरह के मुद्दे को लेकर कोई घटना ना हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जाये.
आम नागरिकों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसका भी ध्यान रखें. उन्होंने निचले स्तर से लेकर शीर्ष स्तर के सभी पुलिस अधिकारियों को सतर्क करते हुए महानगर में इस तरह से किसी भी प्रदर्शन, रैली और सड़क अवरोध कर हंगामा व अशांति फैलानेवालों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कहा कि महानगर में शांति बनाये रखने के साथ ही आमलोगों की सुरक्षा के लिए ऐसी घटनाओं पर कार्रवाई करें, ताकि आम नागरिकों को दिक्कतें नहीं हो. गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से हावड़ा, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना समेत कई इलाकों में इस मुद्दे को लेकर हंगामा किया गया. कई इलाकों में अभी भी तनाव की स्थिति बरकरार है.
सीएए के खिलाफ भ्रम फैला रहीं ममता : स्वपन
कोलकाता. राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर लोगों में भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने हिंसा फैलानेवालों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है, केवल शांति की अपील की है. उनके बयान से घुसपैठियों को बढ़ावा मिला है. महानगर के प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि यदि इन घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है, तो स्थिति बिगड़ सकती है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और माकपा अपने वोटबैंक को बचाने के लिए घुसपैठियों का समर्थन कर रहे हैं. 13 दिसंबर की हिंसा ने फिर से 1946 के कोलकाता में हुए दंगा की याद ताजा कर दी है. इस अवसर पर रंतिदेव सेनगुप्ता, मोहित राय, अचिंत्य विश्वास तथा शिशिर बाजोरिया भी उपस्थित थे.
शांति व कानून व्यवस्था बनाये रखें राज्यवासी : नवल
कोलकाता. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में पश्चिम बंगाल में जगह-जगह तोड़फोड़ की घटनाएं हो रही हैं. सरकारी संपत्ति काे काफी नुकसान पहुंचाया जा रहा है, जो गलत है. किसी भी विषय पर लोग अपने मत को रख सकते हैं, लेकिन हिंसक तरीके से नहीं. हिंसा से किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है. ये बातें एटक समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव ने कहीं. नवल ने कहा की जगह-जगह पब्लिक वाहनों में आगजनी की जा रही है.
लोग कानून के हाथ में ले रहे हैं, जो सही नहीं है. उन्होंने राज्यवासियों से शांति बनाये रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि हम लोकतांत्रिक तरीके से भी अपना विरोध दर्ज करा सकते हैं. हिंसक घटनाओं से देश व राज्य का माहौल बिगड़ रहा है. परिवहन श्रमिकों के साथ आम लोग भयभीत हैं. हुड़दंगियों से निपटने के लिए सरकार को सख्ती से पेश आनी चाहिए.