कोलकाता : पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन सोमवार को चौथे दिन भी जारी रहा. राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सड़क और रेल मार्ग बाधित करने की खबरे हैं. पूर्वी मिदनापुर और मुर्शिदाबाज जिलों में सुबह से ही प्रदर्शनकारियों ने रास्ते बंद कर दिये हैं, जिससे राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रदर्शनों की वजह से कई ट्रेनें रद्द कर दी गयी हैं या विलंब से चल रही हैं.
रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने सियालदह-डायमंड हार्बर और सियालदह-नामखाना सेक्टर में पटरियों को जाम कर दिया है. उन्होंने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया जा रहा है. मालदा, उत्तर दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद, हावड़ा, उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिलों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं.
रविवार की रात उलुबेरिया पुलिस थाना के प्रभारी समेत कुछ पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों के हमलों में घायल हो गये. जिला अधिकारियों ने बताया कि उन्हें निकट के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. नदिया और बीरभूम जिलों में हिंसा, लूट-पाट और आगजनी की घटनाएं सामने आयी हैं.
राज्य के भाजपा महासचिव सयांतन बसु ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया है कि वह बिगड़ती कानून-व्यवस्था को संभालने के लिए ठीक तरह से प्रयास नहीं कर रही है. वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि संशोधित कानून बंगाल में लागू नहीं होगा. ममता बनर्जी लगातार राष्ट्रीय नागरिक पंजी और नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करती रही हैं.