जबतक जिंदा रहूंगी, बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होने दूंगी : ममता बनर्जी
– हिंसक आंदोलन से विरत रहने की लोगों से की अपील – कहा एनआरसी और सीएए के खिलाफ जारी रहेगा आंदोलन कोलकाता : राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एनआरसी के खिलाफ जुलूस निकालकर एक बार फिर कहा कि वह राज्य में एनआरसी लागू नहीं होने देंगी. रेड रोड से जोड़ासांको ठाकुरबाड़ी तक निकाले गये […]
– हिंसक आंदोलन से विरत रहने की लोगों से की अपील
– कहा एनआरसी और सीएए के खिलाफ जारी रहेगा आंदोलन
कोलकाता : राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एनआरसी के खिलाफ जुलूस निकालकर एक बार फिर कहा कि वह राज्य में एनआरसी लागू नहीं होने देंगी. रेड रोड से जोड़ासांको ठाकुरबाड़ी तक निकाले गये इस जुलूस में हजारों की तादाद में पार्टी कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. हाथों में तख्तियां लिये आंदोलनकारियों ने एनआरसी और सीएए के खिलाफ नारेबाजी की. जोड़ासांको ठाकुरबाड़ी में जुलूस एक संक्षिप्त सभा में तब्दील हुई जहां मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके शव के ऊपर से ही एनआरसी लागू हो सकता है. वह राज्य में इसे लागू नहीं होने देंगी.
उन्होंने दावा किया कि बिहार और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों ने भी कह दिया है कि वह अपने राज्यों में एनआरसी को लागू नहीं होने देंगे. भाजपा पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर भेदभाव करके उनकी योजना बंगाल को दखल करने की है. लेकिन वह भाजपा के इस मंसूबे को कामयाब नहीं होने देंगी.
मुख्यमंत्री ने बहुसंख्यकों के संबंध में कहा कि उन्हें भी इस लड़ाई में शामिल होना चाहिए. यह केवल अल्पसंख्यकों की लड़ाई नहीं है. ममता बनर्जी ने स्पष्ट किया कि जबतक एनआरसी और सीएए को वापस नहीं लिया जाता उनका आंदोलन जारी रहेगा. नागरिकता संशोधन कानून की बाबत उनका कहना था कि कानून की बात वह भी जानती हैं. कानून की बातें जहां जरूरी होंगी वहां वह कर रही हैं. लेकिन सच यह भी है कि संसद में जिसके पास बहुमत हो, वह कोई भी कानून बना सकता है. इसका यह मतलब नहीं कि कानून संवैधानिक है.
उन्होंने कहा कि एनआरसी और सीएए के मुद्दे पर भारत अलग-थलग पड़ रहा है. जापान के प्रधानमंत्री तथा बांग्लादेश के मंत्री ने अपना भारत दौरा रद्द कर दिया है. हिंसक आंदोलन करने वालों के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आंदोलनों का वह बिल्कुल भी समर्थन नहीं करतीं. जो बस जला रहे हैं, स्टेशन फूंक रहे हैं या पथराव कर रहे हैं, वह समझ लें कि इससे आम लोगों को बेहद तकलीफ होती है. जब आम लोग उनके समर्थन में हैं तो उन्हें समस्या में वह क्यों डाल रहे हैं?
हिंसा को रोकने के लिए केंद्र की मदद लेने के मुद्दे पर उनका कहना था कि इससे निपटने के लिए राज्य सरकार की पुलिस ही काफी है. इससे पहले रेड रोड से जुलूस की शुरूआत में मुख्यमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ शपथ पढ़ते हुए कहा कि बंगाल में एनआरसी और सीएए को कभी लागू नहीं किया जायेगा.