सीएए के खिलाफ प्रदर्शन से बाजार भी प्रभावित

सब्जी सहित रोजमर्रा के सामानों की कीमतों में उछाल कोलकाता : पश्चिम बंगाल में नागरिक संशोधन कानून के खिलाफ आंदोलन का असर लोगों की रोजमर्रा की जरूरत की चीजों पर पड़ने लगा है़ जल्द खराब होने वाली खाद्य वस्तुओं की कीमतें आसमान छूने लगी हैं. विरोध-प्रदर्शन शुरू होने के बाद बाजारों में आलू, प्याज और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2019 2:22 AM

सब्जी सहित रोजमर्रा के सामानों की कीमतों में उछाल

कोलकाता : पश्चिम बंगाल में नागरिक संशोधन कानून के खिलाफ आंदोलन का असर लोगों की रोजमर्रा की जरूरत की चीजों पर पड़ने लगा है़ जल्द खराब होने वाली खाद्य वस्तुओं की कीमतें आसमान छूने लगी हैं. विरोध-प्रदर्शन शुरू होने के बाद बाजारों में आलू, प्याज और हरी मिर्च की कीमतें तेज हो गयी हैं. लोगों का कहना है कि अगर प्रदर्शन विरोध जारी रहता है, तो कीमतें बढ़ती रहेंगी जो हमारी जेब पर असर डालेगा़ सरकार को हमारी मदद करने के लिए कुछ उपाय करने चाहिए.
विरोध प्रदर्शन के दौरान राज्य के कई हिस्सों में बसों में आग लगा देने की घटनाओं के बाद कई ट्रांसपोर्टर ट्रकों को चलाने को लेकर आशंकित हैं. इस कारण कृषि-उपजों के परिवहन के लिए वाहनों की उपलब्धता में कमी आयी है. कोलकाता के सबसे बड़े थोक बाजार पोस्ता के एक व्यापारी ने कहा कि ट्रकों की उपलब्धता कम होने की वजह से पिछले तीन दिनों से प्याज के केवल तीन ट्रक ही पोस्ता थोक बाजार में आये हैं.
प्याज की कीमतें पहले ही 120 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ गयी हैं. व्यापारियों ने कहा कि बेंगलूरु और नासिक के थोक बाजारों में प्याज की उपलब्धता के बावजूद ट्रक वाले इसे कहीं ले जाने से मना कर रहे हैं.
फोरम ऑफ ट्रेडर्स ऑर्गनाइजेशन के महासचिव रवींद्र नाथ कोले ने प्याज की कीमतों में तेजी का कारण आपूर्ति की कमी बताया. उत्तर भारत से शहर को नयी आलू की फसल की आपूर्ति में देरी हो रही है, जिससे इसकी कीमतों में वृद्धि हुई है.
इसके अलावा विरोध-प्रदर्शन के कारण मुर्शिदाबाद से वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है, जिसकी वजह से नगर में मिर्च और जूट जैसे कुछ कृषि-जिंसों के शहर और आसपास के क्षेत्रों में आगमन पर प्रभाव पड़ा है. व्यापारियों ने कहा कि हालांकि, मौसमी सब्जियों की स्थानीय आपूर्ति प्रभावित नहीं हुई है, लेकिन ऐसी आशंका है कि इन सब्जियों की कीमतों में आगे और गिरावट नहीं आयेगी़

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