गारमेंट फेयर से वस्त्र उद्योग में होगी नयी क्रांति : अमित मित्रा

कोलकाता : वेस्ट बंगाल गारमेंट मैन्यूफैक्चरर्स एंड डीलर्स एसोसिएशन का 50 वां गारमेंट फेयर बंगाल के गारमेंट उद्योग के विकास में मील का पत्थर साबित हो रहा है. यह बंगाल के लिए नयी औद्योगिक क्रांति का सूचक है. देश भर से हजारों गारमेंट व्यापारियों का इस फेयर में आना इस बात का संकेत है कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2019 12:58 AM

कोलकाता : वेस्ट बंगाल गारमेंट मैन्यूफैक्चरर्स एंड डीलर्स एसोसिएशन का 50 वां गारमेंट फेयर बंगाल के गारमेंट उद्योग के विकास में मील का पत्थर साबित हो रहा है. यह बंगाल के लिए नयी औद्योगिक क्रांति का सूचक है. देश भर से हजारों गारमेंट व्यापारियों का इस फेयर में आना इस बात का संकेत है कि राज्य के औद्योगिक विकास के प्रति सभी आशान्वित हैं.

एक ऐसे समय, जबकि देश के अधिकतर राज्यों में जीडीपी की दरों में गिरावट देखी जा रही है, पश्चिम बंगाल में जीडीपी की दर देश भर में सबसे अधिक है. राज्य के वित्त मंत्री डॉ अमित मित्रा ने ये बातें इको पार्क में लगे 50 वें गारमेंट फेयर में सैकड़ों गारमेंट व्यापारियों को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार के उद्यम से राज्य में 7 अलग-अलग स्थानों में टेक्सटाइल पार्क बनाये जा रहे हैं.
इनमें टेक्सटाइल्स, फेब्रिक्स, रेडीमेड गारमेंट समेत सभी क्षेत्र के वस्त्र व्यापारियों को लाभ होगा. नये पार्क की स्थापना होने से राज्य का गारमेंट उद्योग एक बार फिर राजस्व आमदनी बढ़ा सकेगा. डॉ. मित्र ने कहा कि बंगाल में गारमेंट उद्योग को फिर से देश भर में पहले स्थान पर ले जाने में ममता बनर्जी की सरकार सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ रही है.
उन्होंने यह भी कहा कि तृणमूल सरकार की सकारात्मक औद्योगिक नीति के कारण ही तमिलनाडु के त्रिपुर से कई कंपनियां यहां आकर उद्योग स्थापित कर रही हैं. उन्होंने मटियाबुर्ज में लुंगी के कारोबार में हो रही अपेक्षित प्रगति की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान में वहां पंद्रह हजार करोड़ का कारोबार हो रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही यह 20 हजार करोड़ का आंकड़ा भी छू लेगा.
डॉ. मित्रा ने 50 वें गारमेंट फेयर पर प्रकाशित स्मारिका का भी लोकार्पण किया. अपने स्वागत संबोधन में एसोसिएशन के अध्यक्ष हरि किशन राठी ने कहा कि राज्य सरकार यदि गारमेंट व्यापारियों के लिए जमीन उपलब्ध करवाए तो यह एसोसिएशन एक विशाल भूखंड पर गारमेंट कॉम्पलेक्स का निर्माण करेगा. इससे भी राज्य के गारमेंट उद्योग की प्रगति होगी. राठी के प्रस्ताव पर डॉ. मित्रा ने कहा कि उनका निवेदन अच्छा है औऱ वे इस संबंध में मुख्यमंत्री को भी अवगत करायेंगे.
राठी ने कहा कि जीएसटी के कारण गारमेंट व्यापारियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा, फिर भी व्यापारी पूरे दमखम के साथ बाजार में सुधार की चेष्टा कर रहे हैं. राठी ने कहा कि इस बार फेयर के कारोबार का आंकड़ा 500 करोड़ पार करने की उम्मीद है. समारोह में अमूल माचो ग्रुप के चेयरमैन विश्वनाथ सेक्सरिया तथा टीटी ग्रुप के चेयरमैन संजय जैन तथा अन्य अतिथि उपस्थित थे.
इस अवसर पर डॉ. मित्रा ने मटियाबुर्ज टेक्सटाइल एसोसिएशन के अध्यक्ष नजरूल मोल्ला को सम्मानित भी किया. एसोसिएशन के मंत्री देवेंद्र बैद, उपाध्यक्ष विजय कारीवाला, प्रदीप कुमार मुरारका, अमरचंद दुगड़, किशोर गुलगुलिया, प्रेम चंद सिंहल, तरूण झाझड़िया, राजेंद्र शर्मा, आशीष झंवर, मनीष राठी, सौरभ चाण्डक, मनीष जैन, सुरेंद्र शर्मा, विक्रम बैद, रजनीश भंसाली, विजय अघ्रवाल, राहुल गोयल, कमलेश केडिया, मनीष अग्रवाल सहित सभी पदाधिकारी व कार्यकारिणी समिति के सदस्य सक्रिय थे. रविवार को फेयर का अंतिम दिवस है. समापन समारोह में तृणमूल विधायक वैशाली डालमिया विशेष अतिथि बतौर उपस्थित रहेंगी. समारोह का संचालन प्रकाश चंडालिया ने किया.

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