सीएए के खिलाफ आगजनी करनेवालों की होगी पहचान – कैलाश विजयवर्गीय

कोलकाता : उत्तर प्रदेश के बाद अब बंगाल में भी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आगजनी करनेवालों की पहचान की जायेगी और आरोपियों से जुर्माना वसूला जायेगा.प्रदेश भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ये बातें कहीं. सोमवार को सीएए को लेकर आम लोगों में जागरूकता फैलाने की रणनीति तय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2019 6:30 AM

कोलकाता : उत्तर प्रदेश के बाद अब बंगाल में भी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आगजनी करनेवालों की पहचान की जायेगी और आरोपियों से जुर्माना वसूला जायेगा.प्रदेश भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ये बातें कहीं. सोमवार को सीएए को लेकर आम लोगों में जागरूकता फैलाने की रणनीति तय करने के लिए आइसीसीआर में भाजपा नेताओं की बैठक हुई. बैठक में श्री विजयवर्गीय के साथ-साथ प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष, सह-प्रभारी अरविंद मेनन, मंत्री बाबुल सुप्रियो, प्रदेश भाजपा के संगठन मंत्री सुब्रत चटर्जी सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता व पदाधिकारी उपस्थित थे.

श्री विजयवर्गीय ने कहा : आज की बैठक में सीएए को लेकर भविष्य में कार्यक्रम की रणनीति तय की गयी है. भाजपा घर-घर जाकर सीएए के पक्ष में प्रचार करेगी. छोटी-छोटी सभाएं की जायेगी तथा लोगों को कानून के संबंध में जागरूक किया जायेगा और ममता जी के दुष्प्रचार से अवगत कराया जायेगा.
उन्होंने कहा कि मतुआ, नमोशूद्र, राजवंशी व ऐसे लोग जो बंगालदेश और पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर यहां आये हैं, लंबे समय से नागरिकता नहीं प्राप्त कर पाये थे. यह उन लोगों को नागरिकता प्रदान करने का कानून है. इस कानून के तहत किसी की नागरिकता नहीं छीनी जानी चाहिए. भारतीय मुसलमानों की भी नागरिकता किसी तरह से प्रभावित नहीं होगी. यह किसी भी भारतीय मुसलमान के खिलाफ नहीं है, पर ममता जी बंगाल की जनता को भ्रमित कर रही हैं.
अल्पसंख्यक समुदाय को डरा रही हैं और प्रदेश में आराजकता फैला कर प्रदेश को आग में झोंकने में काम कर रही हैं, जितनी भी आगजनी हुई है. केंद्र सरकार उन सब आगजनी करनेवालों की पहचान करेगी और उनसे रुपये वसूल करेगी. उनसे जुर्माना वसूला जायेगा. उल्लेखनीय है कि सीएए के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, मालदह और हावड़ा के उलबेड़िया में आगजनी की घटनाएं हुई थीं, जिनमें ट्रेन, बस व रेलवे स्टेशनों को जला दिया गया था.

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