नहीं बंद होगा आनंदलोक अस्पताल, प्रबंधन ने वापस लिया लॉकआउट नोटिस

कोलकाता : गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए आशा की किरण कहे जानेवाले सॉल्टलेक स्थित आनंदलोक हॉस्पिटल को बंद करने के लिए सोमवार को प्रबंधन ने लॉकआउट नोटिस जारी कर सभी को चौंका दिया था. लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने अपने फैसले को वापस लेते हुए लॉकआउट नोटिस वापस ले लिया है. उधर, मंगलावर को श्रम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 1, 2020 6:16 AM

कोलकाता : गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए आशा की किरण कहे जानेवाले सॉल्टलेक स्थित आनंदलोक हॉस्पिटल को बंद करने के लिए सोमवार को प्रबंधन ने लॉकआउट नोटिस जारी कर सभी को चौंका दिया था. लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने अपने फैसले को वापस लेते हुए लॉकआउट नोटिस वापस ले लिया है. उधर, मंगलावर को श्रम राज्य मंत्री डॉ निर्मल मांझी व मलय घटक की ओर से एक-एक प्रतिनिधिमंडल अस्पताल पहुंच कर प्रबंधन से बात की.

यह जानकारी के आनंदलोक के मैनेजिंग ट्रस्टी व सचिव देव कुमार सराफ ने दी. उन्होंने बताया कि मैनेजर भवेश झा व रमेश झा (एकाउंटेंट) को सॉल्टलेक के बीएफ ब्लॉक स्थित आनंदलोक की एक अन्य शाखा में ट्रांसफर कर दिया गया है.
लेकिन दोनों वहां जाने को तैयार नहीं हैं. श्री सराफ ने बताया कि मंगलवार को अस्पताल में कामकाज को स्वाभाविक रखने की कोशिश की गयी थी. तीन मरीज भर्ती हुए व गॉल ब्लैडर की दो सर्जरी भी हुई. बुधवार को एक बाइपास सर्जरी की जायेगी.
उन्होंने बताया कि सॉल्टलेक को छोड़ कर अन्य सभी शाखों‍ के कर्मचारियों के वेतन का भुगतान कर दिया गया है. उनका आरोप है कि अब तक दोनों स्टॉफ ने करीब तीन करोड़ रुपये का घोटाला किया है, इसलिए सॉल्टलेक शाखा बदहाल हो गयी है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर गुरुवार को वह श्रम मंत्री मलय घटक के साथ बैठक करेंगे.
गौरतलब है कि देव कुमार सराफ ने आरोप लगाया था कि अस्पताल के टीएमसी समर्थित आइएनटीटीयूसी के भवेश झा (मैनेजर) व रमेश झा (एकाउंटेंट) की अराजकता के कारण अस्पताल की दैनिक आय घट गयी है.
उनका आरोप है कि वे अस्पताल के कामकाज में ध्यान नहीं दे रहे थे, बल्कि अपना व्यक्तिगत काम करने पर ज्यादा ध्यान देते थे. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी वजह से दान से मिलनेवाली राशि भी कम हो गयी है.सर्विस भी प्रभावित हुई है. यदि ये लोग अस्पताल आना छोड़ देते हैं, तो वह फिर से अस्पताल खोलने को तैयार हैं. वह उन दो‍नों को घर पर रहते हुए वेतन देने के लिए तैयार हैं.

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