बंगाल की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का रखें ख्याल

हुगली : राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने बुधवार को बैद्यवाटी बांधव समिति मैदान में 22वे बैद्यवाटी उत्सव का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्धाटन किया. इस दौरान श्री धनखड़ ने कहा कि पश्चिम बंगाल की अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है. युवा इसका ख्याल रखें. साथ ही यह पर्यटन के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है. यहां की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2020 2:24 AM
हुगली : राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने बुधवार को बैद्यवाटी बांधव समिति मैदान में 22वे बैद्यवाटी उत्सव का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्धाटन किया. इस दौरान श्री धनखड़ ने कहा कि पश्चिम बंगाल की अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है. युवा इसका ख्याल रखें. साथ ही यह पर्यटन के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है.
यहां की लोक संस्कृति पूरे विश्व में अलग पहचान रखती है. बंगाल की भूमि में विद्यासागर, रामकृष्ण परमहंस, विवेकानंद, शारदा मां, रवींद्र नाथ टैगोर जैसी महान विभूतियों का जन्म हुआ है. शिक्षा के मंदिर में अशांति के माहौला से दुख होता है, लेकिन नये साल में ऐसा नहीं होना चाहिये.
साहित्य और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में यहां के विद्वान नोबल पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं. उन्होंने पोस्टल डिपार्टमेंट के एक कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए बताया कि उन्हें पोस्टल डिपार्टमेंट की ओर से आमंत्रित किया गया था. वहां के लोगों से पूछा कि आप लोग यहां क्या करने वाले हैं तो उन्होंने बताया कि यहां के कलाकार, राइटर, सिनेमा और थियेटर के लोगों पर डाक टिकट प्रकाशित करेंगे. उन्हें यह बात बहुत ही अच्छा लगी.
उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे शांति का मार्ग चुनें, गांधीजी के आदर्शों पर चलें. इटली, जापान, फ्रांस और ब्रिटेन के अलावा अन्य यूरोपिय देशों के टूरिज्म और बंगाल के टूरिज्म क्षेत्र को दो अलग-अलग पलड़ों पर रखा जाये तो बंगाल का पलड़ा सबसे भारी रहेगा. 2020 में एक नेशन एक नागरिक का कर्तव्य निभायें.
संविधान में 111 मौलिक अधिकार हैं, लेकिन वह अनुरोध करेंगे कि मौलिक अधिकार को मौलिक कर्तव्य मानकर बंगाल को अग्रणी बनाने की दिशा में सभी नागरिक काम करें. इस अवसर पर मेला कमेटी के चेयरमैन नरेन चटर्जी सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे. नरेन चटर्जी ने बताया कि मेला 15 दिनों तक चलेगा.

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