मोदी घुसकर मारते हैं, ममता बोलती हैं पाकिस्तान की भाषा : दिलीप घोष

कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान का राजदूत बताये जाने पर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने पटलवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पाकिस्तान में घुसकर मारते हैं, लेकिन ममता पाकिस्तान की भाषा बोलती हैं और बांग्लादेश के घुसपैठियों का समर्थन करती हैं. श्री घोष ने कहा कि पाकिस्तान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2020 10:02 PM

कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान का राजदूत बताये जाने पर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने पटलवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पाकिस्तान में घुसकर मारते हैं, लेकिन ममता पाकिस्तान की भाषा बोलती हैं और बांग्लादेश के घुसपैठियों का समर्थन करती हैं.

श्री घोष ने कहा कि पाकिस्तान हमारा पड़ोसी देश है. हम चाहते हैं कि पाकिस्तान भी ठीक रहे और हम भी ठीक रहें. उनके साथ मिलकर काम करें, लेकिन जब वह नहीं करता है. तब बोलना पड़ता है, लेकिन भाजपा पाकिस्तान के विपक्ष में बोलती है. मुख्यमंत्री पाकिस्तान के सुर में सुर क्यों मिलाती हैं? पाकिस्तानी आतंकवादी कश्मीर में वे यूएनओ से जनमत संग्रह की बात करते हैं. ममता भी जनमत संग्रह की बात करती हैं.

इमरान खान बालाकोट में एयर स्ट्राइक का सबूत मांगते हैं, तो ममता भी बालाकोट का सबूत मांगती हैं. कौन किसका समर्थन कर रहा है? किसका सुर किसके साथ मिल रहा है. मोदी का सुर तो उल्टा ही रहता है और केवल बोलते ही नहीं, वरन पाकिस्तान के अंदर घुसकर मारकर भी दिखाते हैं. एयर स्ट्राइक करके आते हैं और देश उनकी पूजा करता है. ममता को लोग गाली देते हैं. इससे यह पता चल जाता है कि लोग किसके साथ हैं.

ममता पाकिस्‍तान का केवल समर्थन नहीं करती हैं, वरन खुला छूट देकर रखी हैं. नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद 13 से लेकर 15 जनवरी तक बंगाल में जो तांडव चला. राष्ट्रविरोधी बांग्लादेशी घुसपैठियों ने राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, लेकिन उनके खिलाफ राज्य पुलिस ने एक लाठी डंडा नहीं चलाया और न ही किसी के खिलाफ कोई मामला दायर किया, जिन राज्यों में भाजपा का शासन है. वहां हजारों की संख्या में उपद्रव करने वालों के खिलाफ मामले दायर किये जा रहे हैं. किसी को बख्शा नहीं जायेगा. यह होता है प्रशासन, जबकि ममता केवल देशद्रोहियों को लाकर केवल चुनाव जीतने की कोशिश करती रहती हैं.

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