हमें पाकिस्तान से नहीं, हिंदुस्तान से है मतलब

सिलीगुड़ी : संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) व एनआरसी के खिलाफ शुक्रवार को सिलीगुड़ी में दार्जिलिंग जिला तृणमूल द्वारा आयोजित महारैली में शामिल होकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र की भाजपा सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि ये देश सभी का है. इस देश में सभी को रहने का अधिकार है, लेकिन केंद्र सरकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2020 1:57 AM

सिलीगुड़ी : संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) व एनआरसी के खिलाफ शुक्रवार को सिलीगुड़ी में दार्जिलिंग जिला तृणमूल द्वारा आयोजित महारैली में शामिल होकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र की भाजपा सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि ये देश सभी का है. इस देश में सभी को रहने का अधिकार है, लेकिन केंद्र सरकार देश में विभाजन की राजनीति कर लोगों में मतभेद पैदा करना चाहती है.

प्रधानमंत्री मोदी पर टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह देश की मौजूदा समस्याओं पर चर्चा करने के बजाय हर समय पाकिस्तान की ही चर्चा करते रहते हैं. भारत में रह कर यहां की चर्चा करें, यहां की जनता की परेशानियों की चिंता करें. पाकिस्तान की क्यों? ममता बनर्जी ने कहा, हमें पाकिस्तान से कोई मतलब नहीं है. हमें हिंदुस्तान से मतलब है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री व गृहमंत्री के बीच कोई तालमेल नहीं है. गृहमंत्री अमित शाह पूरे देश में एनआरसी लागू करने की बात करते हैं, जबकि प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि उन्हें कुछ मालूम ही नहीं है. भाजपा सरकार एनआरसी-सीएए-एनपीआर की आड़ में राष्ट्र की एकता-अखंडता को तोड़ने की साजिश कर रही है. मेरे रहते बंगाल में कभी भी सीएए-एनआरसी लागू नहीं होगा.

सीएए-एनआरसी के समर्थन में भाजपा की अभिनंदन यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि तृणमूल के नेताओं को अन्य राज्यों में जाने नहीं दिया जाता है, लेकिन भाजपा के नेता यहां‍ आकर रैली भी करते हैं और उन्हें खरीखोटी सुना कर चले जाते हैं. मुख्यमंत्री ने एनआरसी-सीएए के खिलाफ तृणमूल के आंदोलन को आजादी की दूसरी लड़ाई बताते हुए कहा कि इसमें सभी को शामिल होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सीएए से किसी को डरने की जरूरत नहीं है. वे सबके साथ हैं. उन्होंने कहा कि जिनके नाम वोटर लिस्ट में नहीं हैं, वे वोटर कार्ड बनवायें.

अपने संबोधन के दौरान उन्होंने हिंदी भाषियों का दिल जीतने की कोशिश की. मुख्यमंत्री ने बिहार, यूपी, राजस्थान से आकर यहां रहनेवाले लोगों को बंगाल का नागरिक बताया. उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को वह दार्जिलिंग में एनआरसी व सीएए के खिलाफ जुलूस में शामिल होंगी. रैली को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री ने मल्लागुड़ी से बाघाजतिन पार्क तक साढ़े चार किलोमीटर तक पदयात्रा की.
कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्यमंत्री पदयात्रा में हजारों कार्यकर्ताओं व समर्थकों के साथ शरीक हुई. पदयात्रा के दौरान उन्होंने सड़कों के किनारे खड़े लोगों का अभिवादन भी किया. बाघाजतिन पार्क पहुंचने के बाद उन्होंने रवींद्र मंच से पदयात्रा व रैली में शामिल होने के लिए लोगों का आभार प्रकट किया. वहां से वह सीधे बागडोगरा एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गयीं.

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