महानगर में मकानों की बिक्री में 12 फीसदी की गिरावट
छह माह में मकानों की बिक्री में शीर्ष आठ शहरों में महानगर पिछले पायदान पर कोलकाता : अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बावजूद देश के शीर्ष आठ शहरों में दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और अहमदाबाद में 2019 में जहां मकानों बिक्री बढ़ी है, वहीं मुंबई, पुणे और कोलकाता में घटी है. जमीन-जायदाद से जुड़े परामर्श देने […]
छह माह में मकानों की बिक्री में शीर्ष आठ शहरों में महानगर पिछले पायदान पर
कोलकाता : अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बावजूद देश के शीर्ष आठ शहरों में दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और अहमदाबाद में 2019 में जहां मकानों बिक्री बढ़ी है, वहीं मुंबई, पुणे और कोलकाता में घटी है. जमीन-जायदाद से जुड़े परामर्श देने वाली कंपनी नाइट फ्रैंक ने अपनी 2019 की छमाही रिपोर्ट ‘इंडिया रियल एस्टेट : एच-2’ के 12वें संस्करण को जारी करते हुए यह जानकारी दी.
मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये नाइट फ्रैंक इंडिया, कोलकाता के ब्रांच डायरेक्टर स्वपन दत्ता ने बताया कि महानगर में पिछले छह माह में मकानों की बिक्री 12 फीसदी गिरकर 11,266 इकाई पर आ गयी और नये घर के निर्माण (लांचिंग) में भी गिरावट देखी गयी है क्योंकि डेवलपर्स नये पश्चिम बंगाल हाउसिंग इंडस्ट्री रेगुलेटरी अथॉरिटी के तहत पंजीकरण प्रक्रिया में समायोजित कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि 2019 में भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में शीर्ष आठ शहरों में 2019 में बिक्री में सालाना आधार पर एक फीसद की वृद्धि हुई है. 2019 में मकानों की कुल बिक्री 2,45,861 इकाइयों पर रही, जो 2018 में 2,42,328 इकाइयों पर थी, जबकि कोलकाता में मकानों की बिक्री में गिरावट देखी गयी और वहीं, मुंबई और पुणे में बिक्री क्रमश: पांच और दो फीसद ही गिरावट देखी गयी.
उन्होंने कहा कि बिक्री को बढ़ाने के लिए डेवलपरों ने घर खरीदारों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए मकान की कीमतों और आकार को कम किया है. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के मुताबिक नये जीएसटी संशोधन के बाद महानगर में नये मकान निर्माण (लॉन्च) और बिक्री दोनों मामलों में घरों पर बजट हावी देखा गया हैं, जबकि ऑफिस लीजिंग के मामले में कोलकाता काफी उच्च रहा.