जिनका कोई राजनीतिक आधार नहीं, वे कर रहे हैं बंद का आह्वान

गंगासागर से अमर शक्ति कोलकाता : वामदलों और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि राज्य में जिनका कोई राजनीतिक आधार नहीं है, वे बंद जैसी सस्ती राजनीति करके यहां की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने की कोशिश कर रहे हैं. सुश्री बनर्जी ने कहा कि वह बंद के मकसद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2020 1:25 AM

गंगासागर से अमर शक्ति

कोलकाता : वामदलों और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि राज्य में जिनका कोई राजनीतिक आधार नहीं है, वे बंद जैसी सस्ती राजनीति करके यहां की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने की कोशिश कर रहे हैं. सुश्री बनर्जी ने कहा कि वह बंद के मकसद का समर्थन करती हैं, लेकिन उनकी पार्टी और सरकार किसी भी तरह के बंद के विरोध में हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह बंगाल में किसी तरह के बंद की इजाजत नहीं देंगी. उन्होंने कहा कि बंद समर्थक सीएए या एनआरसी के खिलाफ किसी बड़े आंदोलन से नहीं जुड़े हैं, न बंगाल में और न ही देश में कहीं और. भारत बंद के दौरान हुई हिंसा पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आंदोलन के नाम पर गुंडागर्दी कतई बर्दाश्त नहीं है.
राजनीतिक आंदोलन के नाम पर हिंसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भले ही केंद्र के खिलाफ चल रहे इस मुहिम का समर्थन करती हैं, लेकिन किसी भी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. बुधवार को गंगासागर से कोलकाता लौटते वक्त हेलीपैड पर संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएए, एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ हम सरकार स्तर के साथ ही पार्टी स्तर पर भी विरोध कर रहे हैं.
हमारी सरकार व पार्टी ने लोकतांत्रिक तरीके से विरोध जताया है. कहीं भी कोई हिंसा नहीं हुई. उन्होंने वाममोर्चा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह सिर्फ एक साइन बोर्ड बनकर रह गया है. सुश्री बनर्जी ने कहा कि वह इस प्रकार के हड़ताल का विरोध करती हैं, जहां देश में पहले ही आर्थिक मंदी का माहौल है, ऐसे समय में बंद बुलाना सस्ती राजनीति है. बंगाल में प्रदर्शन के नाम पर जिस तरह से हिंसा हो रही है, टायर जलाये जा रहे हैं वह इसका विरोध करती हैं. वाममोर्चा पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि वाममोर्चा इस तरह का प्रदर्शन कर पब्लिसिटी हासिल करना चाहता है.
वाममोर्चा हिंसा कर अपनी मौजूदगी दर्ज कराना चाहता है, क्योंकि वह सब ये प्रदर्शन दिल्ली में नहीं कर सकते हैं, इसलिए बंगाल में आकर कर रहे हैं. उनका पार्टी ऑफिस यहीं पर है, अगर हिंसा हुई तो पुलिस एक्शन लेगी. केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ बुधवार को कांग्रेस व वाममोर्चा सहित अन्य राजनीतिक पार्टियों व ट्रेड यूनियनों ने भारत बंद का आह्वान किया था.

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