आंदोलन. ममता की अपील बेअसर, श्रमिक संगठनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का राज्य में दिखा असर
पुलिस ने किया लाठीचार्ज, आंसू गैस और रबड़ की गोलियां चलायी गयीं
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भले ही दावा किया था कि बुधवार को आहूत ‘बंद’ का असर राज्य में नहीं दिखेगा. प्रशासन जनजीवन को सामान्य रख सकेगा, लेकिन बुधवार को दूसरा ही नजारा देखने को मिला. राज्य में कई स्थानों पर हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुईं. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बसों, पुलिस वाहनों और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया.
सबसे ज्यादा बवाल मालदा जिले के सुजापुर में हुआ. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की 10 से अधिक गाड़ियों को फूंक डाला. पुलिस के साथ हुई झड़प के दौरान पथराव में दो पुलिस अधिकारी सहित पांच पुलिसकर्मी घायल हो गये.
पुलिस की ओर से पहले लाठियां भांजी गयीं, लेकिन हालात बेकाबू होने पर आंसू गैस छोड़े जाने व रबड़ बुलेट तक के उपयोग की बात कही जा रही है. हालांकि पुलिस ने रबड़ की गोलियां चलाने के आरोप को अस्वीकार कर दिया है. पुलिस अधीक्षक आलोक राजोरिया ने बताया कि पुलिस की तीन गाड़ियों को जलाया गया है. कई पुलिस कर्मी प्रदर्शनकारियों के हमले में जख्मी हुए हैं. आरोपियों को खोजा जा रहा है.
सरकारी काम में बाधा व सरकारी संपत्ति नष्ट करने के आरोप में 10 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. जानकारी के अनुसार बंद को लेकर कालियाचक थाने के सुजापुर नौमौजा इलाके में 34 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुबह से लोगों की भीड़ जुटने लगी.
प्रदर्शन के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का पुतला जलाया गया. हालात नियंत्रित करने कालियाचक थाने से विशाल पुलिसबल सुजापुर पहुंचा, लेकिन धीरे-धीरे स्थिति बिगड़ती गयी. राष्ट्रीय राजमार्ग से जाम हटाने के लिए पुलिस प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने की कोशिश की. इसी बीच कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया.
नौमौजा मैदान में पुलिस अधिकारियों की 10 गाड़ियों को प्रदर्शनकारियों फूंक डाला. पुलिस ने स्थिति को शांत करने के लिए बल प्रयोग किया. पहले आंसू गैस के गोले दागे, फिर रबड़ बुलेट का सहारा लिया गया. प्रदर्शनकारियों के पथराव में कालियाचक थाना एसआइ अमर सिंह एवं एएसआइ सुरजीत दास और तीन सिविक वॉलेंटियर जख्मी हो गये. उनका सुजापुर ग्रामीण अस्पताल में इलाज कराया गया. इस संबंध में खुफिया विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की परिस्थिति की कोई आशंका नहीं थी.
किसी के भड़काने से भीड़ में तनाव की स्थिति बनी. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. सरकारी काम में बाधा व सरकारी संपत्ति नष्ट करने के आरोप में 10 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. इधर, पूरे जिले में बंद का व्यापक असर देखा गया. बाजार बंद रहे. सरकारी ऑफिस सुबह खुले, लेकिन कर्मचारी नदारद थे. कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने सरकारी बस व निजी वाहनों में भी तोड़फोड़ की.
मालदा के रथबाड़ी एवं रामकृष्णपल्ली इलाके के 34 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सरकारी बस व ऑटो में तोड़फोड़ की सूचना है. यहां इंगलिशबाजार थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया. रथबाड़ी मोड़ पर भी एक ऑटो को प्रदर्शनकारियों ने तोड़ डाला. रामकृष्णपल्ली इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग 34 पर एनबीएसटीसी के बस पर ईंट पत्थर बरसाये व तोड़फोड़ की.
उधर, प्रदर्शनकारियों ने राज्य के कई स्थानों पर रेल एवं सड़क यातायात बाधित किया.
पूर्व बर्दवान जिले में विभिन्न स्थानों पर जलते हुए टायर डाले गये और सड़कें बाधित की गयीं. इसके अलावा रेलवे पटरियों को भी अवरुद्ध किया गया जिससे रेल यातायात बाधित हुआ. पूर्व मेदिनीपुर जिले में बसों पर पथराव किया गया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने का प्रयास किया जिसके बाद झड़प शुरू हो गयी.
इसके बाद कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया. कूचबिहार जिले में भी प्रदर्शनकारियों ने कई बसों में तोड़फोड़ की. बंद समर्थकों ने महानगर के सेंट्रल एवेन्यू इलाके में पुलिस के अवरोधक हटाने का प्रयास किया जिसके बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया.
दमदम तथा लेक टाउन इलाकों में वाम समर्थकों और तृणमूल समर्थकों में झड़प हुई. बंद समर्थकों ने जादवपुर में रेलवे की पटरियों को अवरुद्ध किया और नजदीक की सड़कों पर भी वाहनों की आवाजाही रोक दी. इसके बाद पुलिस को वहां लाठीचार्ज करना पड़ा. माकपा के विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती को हिंसा भड़काने के आरोप में हिरासत में लिया गया. जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रसंघ के सदस्य भी प्रदर्शन में शामिल हुए.
उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में सड़कों पर देसी बम मिले. जिले में कुछ स्थानों पर रेलवे की पटरियों पर भी देसी बम पाये गये. प्रदर्शनकारियों ने बैरकपुर और सोदपुर समेत जिले के औद्योगिक हिस्से में रैलियां निकालीं और सड़कों तथा रेलवे पटरियों को अवरुद्ध किया. कोलकाता में सरकारी बसें सामान्य रूप से चलीं लेकिन शुरुआती घंटों में निजी बसों की संख्या कम थी. इस दौरान शहर में मेट्रो सेवाएं सामान्य थीं.
टालीगंज, बेहला, एसप्लानेड और जादवपुर समेत कई इलाकों में पुलिस की भारी तैनाती की गयी. कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त(मुख्यालय) शुभंकर सिन्हा सरकार ने बताया कि बंद के दौरान महानगर के विभिन्न इलाकों से गड़बड़ी करने के आरोप में कुल 90 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
जादवपुर और हेस्टिंग्स थाने में विभिन्न घटनाओं को लेकर एफआइआर दर्ज की गयी. नेताजी सुभाषचंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर विमान सेवा सामान्य रही. हालांकि सियालदह, हावड़ा और खड़गपुर सेक्शन पर रेल सेवाएं बाधित हुईं. उत्तर बंगाल के कुछ इलाकों में तृणमूल कांग्रेस ने हड़ताल का विरोध करते हुए रैलियां निकालीं और लोगों से सामान्य स्थिति बनाए रखने का आग्रह किया.
बैंकिंग सेवाओं पर पड़ा असर
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की हड़ताल का बुधवार को कई प्रकार की बैंकिंग सेवाओं पर देश भर में असर दिखा, लेकिन आवश्यक सेवाएं सामान्य रहीं. अधिकांश जगह बैंकों की शाखाएं खुली हुई थीं, लेकिन बैंकों में नकदी जमा करने और निकालने समेत कई सेवाएं प्रभावित हुईं.
राज्य के कई बैंकों की शाखाएं और एटीएम बंद रहे. अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के मुताबिक 21,000 करोड़ रुपये के 28 लाख चेक भुनाने के लिए नहीं भेजे जा सके. संघ के महासचिव समीर घोष ने बंद को सफल बताया. रिजर्व बैंक के कर्मचारी भी प्रदर्शन में शामिल हुए.
प्रमुख ट्रेड यूनियनों इंटक, सीटू, सेवा, एआइटीयूसी, एचएमएस, एआइयूटीयूसी, टीयूसीसी, एआइसीसीटीयू, एलपीएफ और यूटीयूसी ने बुधवार को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया था.