मध्यमग्राम (पश्चिम बंगाल) : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि विरोध प्रदर्शन के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा स्वीकार्य नहीं है. राजनीतिक दलों और नेताओं को जिम्मेदार तरीके से व्यवहार करना चाहिए. राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को अद्यतन करने की प्रक्रिया को समूचे देश में एनआरसी लागू करने के पहले का कदम बताते हुए बनर्जी ने लोगों को किसी के साथ भी निजी विवरण साझा नहीं करने को कहा.
उन्होंने कहा, ‘हमने नागरिकता कानून, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ सबसे पहले आवाज उठायी. इस बार एनपीआर फॉर्म में छह नयी निजी जानकारी मांगी गयी है. मैं आप सब से अनुरोध करती हूं कि किसी के साथ भी अपने विवरणों को साझा नहीं करें.’
उत्तरी 24 परगना के मध्यमग्राम में सीएए विरोधी प्रदर्शन मार्च को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘अगर आपके यहां आकर कोई विवरण मांगता है तो उनके अनुरोध को ठुकरा देना.’ हालांकि, उन्होंने कहा कि वह हिंसा या झड़प का बिल्कुल समर्थन नहीं करती हैं.
नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शनों के दौरान राज्य के विभिन्न हिस्से में इस तरह की घटनाएं हुई थीं. ट्रेड यूनियनों की बुधवार की हड़ताल के दौरान आगजनी और तोड़फोड़ का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा, ‘हम नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में प्रदर्शनों के दौरान हिंसा का समर्थन नहीं करते हैं. राजनीतिक दलों और नेताओं को जिम्मेदार तरीके से व्यवहार करना चाहिए. हिंसा विरोध का सही तरीका नहीं है.’