गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर अपनी झांकी पेश कर सकता है केओपीटी
कोलकाता : गणतंत्र दिवस परेड के इतिहास में पहली बार कोलकाता बंदरगाह ट्रस्ट (केओपीटी) अपनी झांकी पेश कर सकता है. यह जानकारी सूत्रों ने दी. इससे उन लोगों को खुश होने का एक मौका मिलेगा जो 26 जनवरी के लिए बंगाल सरकार का प्रस्ताव खारिज होने को लेकर उदास थे. इस महीने के शुरू में […]
कोलकाता : गणतंत्र दिवस परेड के इतिहास में पहली बार कोलकाता बंदरगाह ट्रस्ट (केओपीटी) अपनी झांकी पेश कर सकता है. यह जानकारी सूत्रों ने दी. इससे उन लोगों को खुश होने का एक मौका मिलेगा जो 26 जनवरी के लिए बंगाल सरकार का प्रस्ताव खारिज होने को लेकर उदास थे.
इस महीने के शुरू में रक्षा मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल की झांकी का प्रस्ताव कोई विशिष्ट कारण बताये बिना खारिज कर दिया था. मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि प्रस्ताव एक विशेषज्ञ समिति द्वारा दो दौर की बैठक में विचार विमर्श के बाद खारिज किया गया.
घटनाक्रम के बारे में जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि केंद्रीय जहाजरानी मंत्रालय के तत्वावधान में केओपीटी इस झांकी में नदियों के बंदरगाह का समृद्ध इतिहास, मशीनीकृत रूपांतरण और अनूठी विशेषताएं प्रदर्शित करेगा. साथ ही जब झांकी राजपथ से गुजरेगी तो केओपीटी का गीत भी बजाया जाएगा जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत सप्ताह बंदरगाह ट्रस्ट की 150वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में जारी किया था.
प्रधानमंत्री ने अपने उक्त दौरे के दौरान बंदरगाह का नाम बदलकर जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर किया था. सूत्रों ने कहा कि फिलहाल ट्रायल चल रहा है. विषय ‘ग्लोरियस पास्ट वाइब्रेंट फ्यूचर’ के लिए मंजूरी 23 जनवरी तक मिलने की उम्मीद है.