नेताजी की धरती पर प्रजातांत्रिक मूल्यों की गिरावट देखकर होता है दर्द : राज्यपाल
कोलकाता : मेरा सौभाग्य है कि मैंने आजाद भारत में जन्म लिया और मुझे नेताजी की भूमि पश्चिम बंगाल में आने का मौका मिला. राज्य के राज्यपाल के तौर पर शपथ लेने के बाद मैं नेताजी के घर गया. यहां नेताजी की गाड़ी समेत उनके इस्तेमाल की तमाम वस्तुएं रखी हुई हैं. इस ऐतिहासिक धरोहर […]
कोलकाता : मेरा सौभाग्य है कि मैंने आजाद भारत में जन्म लिया और मुझे नेताजी की भूमि पश्चिम बंगाल में आने का मौका मिला. राज्य के राज्यपाल के तौर पर शपथ लेने के बाद मैं नेताजी के घर गया. यहां नेताजी की गाड़ी समेत उनके इस्तेमाल की तमाम वस्तुएं रखी हुई हैं. इस ऐतिहासिक धरोहर को देख में अभिभूत हो गया. लेकिन जब देश के इस महान सपूत की भूमि पर जब हिंसा, प्रजातांत्रिक मूल्यों में गिरावट देखता हूं तो दर्द होता है. ये बातें पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहीं.
उन्होंने कहा कि आज नेताजी के जन्म दिवस के अवसर पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए आज से हम नेताजी के मूल्यों पर चलेंगे. हम नेताजी की भूमि पर प्रजातांत्रिक मूल्यों का उपहास नहीं होने देंगे बल्कि सर्वोपरी रहेगा. धनखड़ नेताजी सुभाष चंद्र बोस से 123वें जन्म दिवस पर वर्चुवल कम्यूनिकेशन एक परिचर्चा में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे.
धनखड़ ने कहा : हर व्यक्ति को यहां निष्पक्ष वोटिंग का अधिकारी मिलेगा. मतदान करने की किसी को कीमत नहीं चुकानी पड़ेगी. प्रजातंत्र की जड़े एक वोट में है, यदि मतदान करते समय वोटर को डर लगता है तो समझ लेना चाहिए की प्रजातंत्र खतरे में है. बंगाल में जो पहले हुआ वो अब ना हो इसके लिए जनता को युवाओं को तैयार होना होगा.
उन्होंने कहा कि मैं आशा करता हूं कि देश के सबसे शांति प्रिय राज्यों में 2020 में पश्चिम बंगाल का स्थान सबसे उपर होगा. जिस व्यक्ति ने देश की आजाद के लिए घर-बार सब कुछ त्याग दिया उसके लिए हम थोड़ा त्याग कर ही सकते हैं. हमें कुछ चीजों को नजर अंदाज करना होगा.कार्यक्रम इस दौरान मंचाशीन लोगों में वर्चुवल कम्यूनिकेशन के फाउंडर मनित सिंह और जीएसबी के गौरव सरकार उपस्थित रहे.