बड़ी संख्या में बांग्लादेश लौटने लगे हैं घुसपैठिये
कोलकाता : राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लेकर देश में सियासी पारा चढ़ा हुआ है, वहीं देश में अवैध तरीके से रहनेवाले बांग्लादेशी नागरिकों को भी इसका भय सताने लगा है. अब वे वापस उसी रास्ते अपने देश लौटने लगे हैं, जहां से अवैध तरीके से भारत में घुसे थे. भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करनेवाले […]
कोलकाता : राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लेकर देश में सियासी पारा चढ़ा हुआ है, वहीं देश में अवैध तरीके से रहनेवाले बांग्लादेशी नागरिकों को भी इसका भय सताने लगा है. अब वे वापस उसी रास्ते अपने देश लौटने लगे हैं, जहां से अवैध तरीके से भारत में घुसे थे. भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करनेवाले बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या में एकाएक वृद्धि भी हुई है. इस बात की पुष्टि बीएसएफ के इंस्पेक्टर जनरल (साउथ बंगाल फ्रंटियर) वाइबी खुरानिया ने भी की है.
घुसपैठियों की गिरफ्तारी में वृद्धि
बीएसएफ अधिकारी ने कहा है कि जनवरी महीने में देश के सीमावर्ती इलाकों में अवैध तरीके से रहनेवाले बांग्लादेशी नागरिकों के देश छोड़ने की कोशिश में बढ़ोतरी हुई है. इस वर्ष 23 जनवरी तक बीएसएफ ने 268 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा, जब वे सीमा पार कर वापस बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहे थे.
पिछले वर्ष 23 जनवरी तक औसतन 138 बांग्लादेशी घुसपैठिये गिरफ्तार किये गये थे. भारत-बांग्लादेश सीमा के 913.32 किलोमीटर क्षेत्र की निगरानी बीएसएफ साउथ बंगाल फ्रंटियर करती है. कुछ इलाकों में फेंसिंग और बिजली नहीं है. इसका फायदा उठाकर घुसपैठिये भारत में प्रवेश करने में सफल हो जाते हैं, लेकिन अब उनके वापस बांग्लादेश पलायन करने की कोशिशें बढ़ने लगी हैं.