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भाजपा ने कहा- नारद पार्ट-टू में फंसे हैं राज्य के कई मंत्री, कार्रवाई करें सीएम

निजी चैनल पर राज्य के मंत्रियों का स्टिंग दिखाये जाने से हड़कंप कोलकाता : प्रदेश भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेताओं और राज्य के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाया है. राज्य भाजपा महासचिव सायंतन बसु ने प्रदेश पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बांग्ला न्यूज चैनल पर दिखाये […]

निजी चैनल पर राज्य के मंत्रियों का स्टिंग दिखाये जाने से हड़कंप

कोलकाता : प्रदेश भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेताओं और राज्य के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाया है. राज्य भाजपा महासचिव सायंतन बसु ने प्रदेश पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बांग्ला न्यूज चैनल पर दिखाये गये स्टिंग ऑपरेशन का हवाला देते हुए कहा : तृणमूल कांग्रेस के नेता और राज्य के मंत्री खुलेआम रिश्वत लेते नजर आ रहे हैं.
इन मंत्रियों तक पहुंच बनाने के लिए न्यूज चैनल ने तृणमूल कांग्रेस नेता राजीव राय को मोहरा बनाया है. स्टिंग ऑपरेशन में राज्य के मत्स्य पालन मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा को कथित रूप से रुपयों से भरा थैला लेते देखा गया. साथ ही सांख्यिकी, योजना क्रियान्वयन तथा संसदीय राज्यमंत्री तापस राय को कथित रूप से फोन पर सौदा करते सुना गया.
हालांकि, इस मसले पर तापस राय ने सफाई पेश करते हुए कहा कि जो आवाज सुनी जा रही है, वह उनकी नहीं है. उधर, स्टिंग करने वाले का दावा है कि उसके पास और कई नेताओं और मंत्रियों के स्टिंग का रिकॉर्ड है, जिसे वह बाद में दिखायेगा. सायंतन बसु से जब पूछा गया कि मंत्रियों को जो थैला दिया गया है उसमें कहीं भी रुपये नहीं दिख रहे हैं.
जवाब में श्री बसु ने कहा : आरोपी बतायें कि इतनी तल्लीनता से वे जो बैग ले रहे हैं उसमें क्या था? इसके साथ ही उन्होंने पूरे मामले की जांच कर दोषियों का पता लगाने की मांग की. उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस ने स्टिंग करने वाले एक शख्स इमरान पाशा को गिरफ्तार किया है.
इससे यह साबित होता है कि रिश्वत लेने वालों के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है. लेकिन भ्रष्ट लोगों के खिलाफ जब कोई स्टिंग करता है और उसे जनता के सामने लाता है तो वह दोषी हो जाता है. वह व्यक्ति सलाखों के पीछे चला जाता है और अपराधी को सरकार और पुलिस का संरक्षण मिल जाता है.
गौरतलब है कि 2016 में विधानसभा चुनाव से पहले नारद स्टिंग का मामला सामने आया था. न्यूज पोर्टल ‘नारद’ के स्टिंग में राज्य के कई मंत्री और तृणमूल सांसद कथित तौर पर एक फर्जी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए कैमरे पर रिश्वत लेते देखे गये थे. यह विधानसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बना था. अब भी उस मामले की जांच चल रही है.

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