बंगाल-झारखंड की सीमा पर हाथी ने मां-बेटी को कुचलकर मार डाला
खड़गपुर : बंगाल और झारखंड की सीमा पर बसे कालापाथर पंचायत के गोहालडीह गांव में हाथियों के डर से बचने के लिए गोद में बच्चा लिए भाग रही सबर जनजाति की एक महिला को हाथी ने कुचलकर मार डाला. मौके पर ही मां और बेटी दोनों की मौत हो गयी. इससे पहले शुक्रवार को हाथियों […]
खड़गपुर : बंगाल और झारखंड की सीमा पर बसे कालापाथर पंचायत के गोहालडीह गांव में हाथियों के डर से बचने के लिए गोद में बच्चा लिए भाग रही सबर जनजाति की एक महिला को हाथी ने कुचलकर मार डाला. मौके पर ही मां और बेटी दोनों की मौत हो गयी. इससे पहले शुक्रवार को हाथियों ने सरडीहा पंचायत के मोराबांधी गांव में एक सबर व्यक्ति को मार डाला था और गांव में जमकर उत्पात मचाया था.
सोमवार की सुबह कालापाथर पंचायत के गोहालडीह गांव में जंगली हाथियों के झुंड के घुस जाने की खबर से ग्रामीण दहशत में आ गये. लोग जान बचाने के लिए घरों से निकलकर इधर-उधर भागने लगे. इसी क्रम में गांव की जयराम सबर की पत्नी कल्याणी सबर अपनी 4 साल की बेटी दीया सबर को लेकर जान बचाने के लिए घर से निकलकर सुरक्षित स्थान की ओर भागी, लेकिन एक हाथी ने महिला को सूढ़ में लपेटकर जमीन पर पटक दिया और पैर से कुचलकर महिला और उसकी बेटी की जान ले ली. इस घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय थाना की पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. मृतक महिला और उसकी बेटी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. वहीं, वन विभाग मृतक के आश्रित को मुआवजा देने की प्रक्रिया में जुट गय है. हाथियों के दल से बंगाल-झारखंड की सीमावर्ती इलाके में रहने वाले ग्रामीणों में काफी दहशत है. ग्रामीणों का कहना है कि हाथी कब बंगाल से झारखंड और झारखंड से बंगाल में प्रवेश करते हैं. उन लोगों को जानकारी नहीं मिलती है.