कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्लादेश बॉडर के पास नदिया में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि एनपीआर के तहत कोई भी आपसे किसी भी प्रकार के कागजात दिखाने की मांग करे तो उसे दस्तावेज न दिखाएं. उन्होंने कहा कि अगर आपके परिवार या आपका आधार कार्ड सबमिट करने के लिए कहा जाए तो उसे सबमिट न करें. जबतक मैं सीधे आपसे ऐसा करने के लिए ना कहूं.
उन्होंने कहा कि असम में एनआरसी के कारण लगभग सौ लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं बंगाल में एनआरसी के डर से करीब 31-32 लोगों की मौत हो चुकी है. उन्होंने कहा कि हम (तृणमूल कांग्रेस) भाजपा की तरह दुशासन वाला दल नहीं हैं. क्या आप (भाजपा) मुझे देश से बाहर निकाल देंगे क्योंकि मेरे पास मेरी मां का जन्म प्रमाण-पत्र नहीं है. एनपीआर, एनआरसी और सीएए काला जादू जैसा है.
गौरतलब है कि ममता बनर्जी लगातार सीएए, एनपीआर और एनआरसी का विरोध कर रही है. उन्होंने कई बार सार्वजनिक मंच से भी कहा कि बंगाल में ये कानून कभी भी लागू नहीं होंगे. उन्होंने दावा किया है कि उनके जीवित रहते बंगाल में इस कानून को लागू नहीं होने देंगी. इसी बीच नदिया में रैली को संबोधित करते हुए ममता ने एनआरसी, एनपीआर और सीएए के खिलाफ मोर्चा खोला है.