कोलकाता : पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नागरिकता संशोधन कानून व एनपीआर के विरोध के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मार्च में कोलकाता आयेंगे. भाजपा के राष्ट्रीय सचिव व प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने सोमवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा : प्रदेश भाजपा नागरिकता संशोधन कानून को लेकर लोगों में लगातार जागरूकता फैलाने की कोशिश कर रही है.
केंद्र सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून पारित किया है. लाख-लाख शरणार्थी बांग्लादेश से बंगाल आये थे. वहां उन्हें धार्मिक रूप से उत्पीड़ित किया जा रहा था. लंबे समय से इस देश में उन्हें उनका अधिकार नहीं मिल रहा था. उन्हें उनके अधिकार देने के लिए नागरिकता कानून लाया गया है. इसका उद्देश्य नागरिकता देना है, किसी की नागरिकता छीनना नहीं.उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रीय स्तर पर सीएए को लेकर जागरूकता चला रही है.
मार्च के पहले सप्ताह में श्री शाह कोलकाता आयेंगे. नागरिकता संशोधन कानून क्यों जरूरी है. एनपीआर क्यों जरूरी है? यह लोगों को बतायेंगे. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार इसे रोकने की कोशिश कर रही है. कहा जा रहा है: कागज नहीं दिखायेंगे. उन्होंने कहा : अभी कागज दिखाने का प्रश्न ही नहीं है.
इस कानून का उद्देश्य बांग्लादेश के शरणार्थियों नागरिकता देना है, लेकिन जो कागज नहीं दिखायेंगे, क्या वे भविष्य में इस देश में रह पायेंगे? इस पर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा : देश में रहेंगे, लेकिन कानून नहीं मानेंगे, संविधान नहीं मानेंगे. यह देशद्रोही के अतिरिक्त कुछ नहीं है. आज की लड़ाई देश भक्तों के साथ देशद्रोहियों की लड़ाई है.
पश्चिम बंगाल को फिर से विभाजित करने की साजिश चल रही है. फिर से 1946 की बंगाल ग्रेट किलिंग की साजिश रची जा रही है. तृणमूल कांग्रेस ने सत्ता में रहने के लिए माओवादी शक्ति और मुस्लिम घुसपैठियों से हाथ मिलाया है. यह बहुत ही चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि इस देश में एक कार्ड होना चाहिए.