दिल्ली में दीदी के भाई ने नहीं बुलाया
हल्दिया : अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में राज्य की मुख्यमंत्री को नहीं बुलाये जाने पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने चुटकी ली है. श्री घोष ने कहा कि दीदी के भाई ने ही दीदी को नहीं बुलाया, जिसके लिए दीदी ने कालीघाट में पूजा दिया था. उसके लिए उन्होंने इतना उपवास […]
हल्दिया : अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में राज्य की मुख्यमंत्री को नहीं बुलाये जाने पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने चुटकी ली है. श्री घोष ने कहा कि दीदी के भाई ने ही दीदी को नहीं बुलाया, जिसके लिए दीदी ने कालीघाट में पूजा दिया था. उसके लिए उन्होंने इतना उपवास किया और उपर वाले से आशीर्वाद मांगती रहीं कि दिल्ली में आप को जीता दो. उसी आप ने जीतने के बाद दीदी को भुला दिया.
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की महत्वाकांक्षा है कि वह राष्ट्रीय राजनीति का चेहरा बनें, लेकिन इनको विरोधी दल के लोग कोई तवज्जो देने को तैयार नहीं हैं. इससे उनको लग रहा है मेट्रो रेल के उद्घाटन समारोह में आमंत्रण नहीं मिलने पर उनको जितना दुख हुआ होगा उससे ज्यादा दुख आप की वजह से हुआ. अब वह क्या करेंगी? ऐसे में उनको चाहिए कि नाटक और शोशेबाजी की राजनीति से परे हट कर प्रदेश के प्रशासन को सुचारू रूप से चलाने का वह इंतजाम करें.
राज्यपाल के साथ ममता बनर्जी की प्रस्तावित बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच बेहतर तालमेल हो. ताकि राज्य की कानून व्यवस्था सही रहे. राज्यपाल का अपमान करने की जो राजनीति बंगाल में शुरू हुई है वह बंद होनी चाहिये. इससे बंगाल के विकास में मदद मिलेगी.
पूर्व मेदिनीपुर जिले में तृणमूल कांग्रेस के साथ भाजपा का टकराव आये दिन की बात हो गयी है. यह पूरे बंगाल की तस्वीर है. इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि जिस तेजी से लोग भाजपा से जुड़ रहे हैं.
उसको देखते हुए तृणमूल कांग्रेस के लोग घबरा गये हैं. उनको लगता है कि पुलिस और गुंडों के बल पर वह लोग भाजपा को रोक लेंगे. राजनीतिक स्तर पर मुकाबला करने में नाकाम तृणमूल के हर हरकत का जवाब देते हुए भाजपा यहां तक आयी है और आगे भी इसी तरह से बढ़ती रहेगी. उन्होंने कहा कि पूरे बंगाल में 120 नगर निकायों का चुनाव होगा. उसकी तैयारी में हमलोग अभी से लग गये हैं.