खड़गपुर : कोरोना वायरस के डर के बीच मेदिनीपुर जिले में सालाना उर्स में हिस्सा लेने पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, श्रीलंका जैसे देशों से आ रहे जायरीनों की जांच के लिए विशेष चिकित्सा दलों को तैनात किया गया है.
अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. भारत और विभिन्न देशों में रह रहे लाखों बांग्ला भाषी मुस्लिम सौ साल से भी अधिक समय से संत सैयद शाह मेहर अली अलकादरी अल बगदादी की दरगाह पर फूल, चादर और इत्र चढ़ाने के लिए पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर शहर में आते रहे हैं. यह उर्स 119 साल से आयोजित किया जा रहा है.
बांग्लादेश के ढाका से 2,321 जायरीनों को लेकर एक ट्रेन सोमवार को यहां पहुंची. इसमें 994 महिलाएं और 106 बच्चे शामिल हैं. जिले के एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने उर्स और जायरीनों की सुविधा के लिए पर्याप्त इंतजाम किये हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के डर के बीच विदेशों से यहां आ रहे लोगों की जांच के लिए चिकित्सा टीमें भी तैनात की गयी हैं.
अधिकारी ने कहा कि चिकित्सा टीमों को मेदिनीपुर रेलवे स्टेशन पर तैनात किया गया है. जांच के बाद ही जायरीनों को शहर में प्रवेश की अनुमति दी जायेगी. सोमवार को शुरू हुआ उर्स बुधवार तक जारी रहेगा.