ट्रैफिक सर्जेंट बना माध्यमिक परीक्षार्थी का हीरो

घर पर भूल चुकी थी एडमिट कार्ड परीक्षा शुरू होने से पहले छात्रा को दिया एडमिट कार्ड हावड़ा : अपना एडमिट कार्ड घर पर भूल चुकी छात्रा की ट्रैफिक सर्जेंट रफीकुल इस्लाम चौधरी ने मदद की और परीक्षा शुरू होने के पहले उसका एडमिट कार्ड लाकर उसे दे दिया. एडमिट मिलने के बाद छात्रा ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 19, 2020 2:04 AM

घर पर भूल चुकी थी एडमिट कार्ड

परीक्षा शुरू होने से पहले छात्रा को दिया एडमिट कार्ड
हावड़ा : अपना एडमिट कार्ड घर पर भूल चुकी छात्रा की ट्रैफिक सर्जेंट रफीकुल इस्लाम चौधरी ने मदद की और परीक्षा शुरू होने के पहले उसका एडमिट कार्ड लाकर उसे दे दिया. एडमिट मिलने के बाद छात्रा ने राहत की सांस ली और समय रहते परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर पायी. घटना सलकिया के क्षेत्र मित्र लेन स्थित सलकिया बालिका विद्यालय व शिल्पाश्रम की है.
जानकारी के अनुसार, मंगलवार से माध्यमिक परीक्षा शुरू हुई. सलकिया विक्रम विद्यालय (माॅर्निंग) की छात्रा आंचल कुमारी का सेंटर इसी स्कूल में पड़ा था. वह बामनगाछी सी रोड में रहती है. आंचल परीक्षा केंद्र पहुंची. यहां उससे एडमिट कार्ड मांगा गया. तब उसे याद आया कि वह कार्ड घर पर भूल चुकी है. परीक्षा केंद्र के बाहर उसे परेशान देख कर बाकी छात्राओं के अभिभावकों की भीड़ जुटी. इसी बीच, गोलाबाड़ी थाना के ट्रैफिक सर्जेंट रफीकुल इस्लाम चौधरी स्कूल के पास से गुजर रहे थे.
अभिभावकों ने घटना की जानकारी सर्जेंट को दी. उन्होंने तुरंत आंचल से उसकी दीदी का मोबाइल नंबर लेकर उनसे संपर्क साधा. परीक्षा केंद्र से बामनगाछी सी रोड की दूरी 20 से 25 मिनट की है. बामनगाछी ब्रिज पर काम होने के कारण बनारस रोड पर जाम की समस्या है. सर्जेंट रफीकुल ने आंचल की दीदी काजल वर्मा से कहा कि वह एडमिट कार्ड लेकर घर से निकलें. वह भी परीक्षा केंद्र से घर की ओर निकल रहा है.
इससे कुछ समय की बचत होगी. इसके बाद काजल एडमिट कार्ड लेकर घर से निकली लेकिन बामनगाछी ब्रिज के पास वह जाम में फंस गयी. सर्जेंट रफीकुल तुंरत बाइक लेकर ब्रिज के पास पहुंचे. एडमिट कार्ड लिया और परीक्षा केंद्र में जाकर आंचल के हाथ में कार्ड सौंप दिया. कार्ड मिलते ही आंचल ने देर नहीं की और तुरंत परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश कर गयी. सर्जेंट की इस भूमिका को देख कर परीक्षा केंद्र के बाहर खड़े अभिभावकों ने उनका अभिवादन किया.
इस बारे में पूछे जाने पर रफीकुल इस्लाम ने कहा कि माध्यमिक परीक्षा जीवन की पहली बड़ी परीक्षा होती है. बच्चे बहुत तनाव में रहते हैं. यही कारण है कि आंचल एडमिट कार्ड भूल गयी. पुलिस का काम है कि मदद करना. मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है, सिर्फ जिम्मेवारी निभायी है.

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