परीक्षा शुरू होने के कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर बांग्ला का प्रश्नपत्र वायरल
मालदा/कोलकाता : राज्य में मंगलवार से दसवीं बोर्ड यानी माध्यमिक की परीक्षा शुरू हुई. पहले दिन पहली भाषा (बांग्ला) की परीक्षा शुरू होने के शीघ्र बाद प्रश्नपत्र की कथित फोटोकॉपी व्हाट्सएप पर छा गयी. मालदा में बांग्ला प्रश्नपत्र लीक होने का मामला सामने आते ही जिला प्रशासन में खलबली मच गयी.प्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीपीएम […]

मालदा/कोलकाता : राज्य में मंगलवार से दसवीं बोर्ड यानी माध्यमिक की परीक्षा शुरू हुई. पहले दिन पहली भाषा (बांग्ला) की परीक्षा शुरू होने के शीघ्र बाद प्रश्नपत्र की कथित फोटोकॉपी व्हाट्सएप पर छा गयी. मालदा में बांग्ला प्रश्नपत्र लीक होने का मामला सामने आते ही जिला प्रशासन में खलबली मच गयी.
मंगलवार को माध्यमिक परीक्षा शुरू होने के एक घंटे के बाद ही मोबाइल फोन के व्हाट्सएप ग्रुप पर बांग्ला का प्रश्नपत्र वायरल हो गया. प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक सोशल मीडिया में घूम रहे इस प्रश्नपत्र के साथ माध्यमिक परीक्षा के मूल बांग्ला प्रश्नपत्र में काफी समानताएं हैं. जिला प्रशासन ने इसकी छानबीन भी शुरू कर दी है. राज्य शिक्षा विभाग ने कथित प्रश्नपत्र लीक मामले की गहन छानबीन का निर्देश दिया है.
किस परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्र लीक हुआ व इसके साथ कौन-कौन जुड़ा हुआ है, जिला पुलिस के उच्चाधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं.इस संबंध में जिलाशासक राजर्षि मित्र ने कहा कि मामले की छानबीन चल रही है. परीक्षा शुरू होने से पहले तक कुछ नहीं हुआ था. उन्होंने कहा कि परीक्षा शुरू होने के एक घंटे बाद ही व्हाट्सएप ग्रुप में प्रश्नपत्र वायरल होने की खबर मिली. जो तस्वीर वायरल हुई है उसमें कॉपी नंबर दिख रहा है. एडमिट कार्ड के ऊपर प्रश्नपत्र को रखकर तस्वीर ली गयी है.
इसी सूत्र के जरिये छानबीन की जा रही है. उन्होंने कहा कि किस सेंटर से प्रश्नपत्र लीक हुआ, इसकी भी जांच हो रही है. परीक्षा केंद्रों में मोबाइल पर पाबंदी रहने के बावजूद यह घटना कैसे हुई, कहां चूक रह गयी, इसकी भी छानबीन की जायेगी. हालांकि जिला माध्यमिक विद्यालय निरीक्षक उदयन भौमिक ने किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
गौरतलब है कि पिछले साल परीक्षा के दौरान बांग्ला, अंग्रेजी, इतिहास, भूगोल और गणित के प्रश्नपत्रों की कथित फोटो कॉपी सोशल मीडिया पर साझा की गयी थी लेकिन बोर्ड एवं शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने इसे बकवास कहकर खारिज कर दिया और कहा था कि कुछ भी लीक नहीं हुआ.