एसएसकेएम से तीन कर्मचारी गिरफ्तार

कोलकाता: सरकारी अस्पताल में सरकारी इंजेक्शन कम कीमत में मरीज के परिजनों को बेचने के आरोप में एसएसकेएम अस्पताल के तीन ग्रुप डी विभाग के कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपियों के नाम संजय दास है, वह अपने अन्य दो साथियों चंचल पलीत व राकेश दास के साथ मिल कर मेडिकल स्टोर रूम से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 23, 2014 8:05 AM

कोलकाता: सरकारी अस्पताल में सरकारी इंजेक्शन कम कीमत में मरीज के परिजनों को बेचने के आरोप में एसएसकेएम अस्पताल के तीन ग्रुप डी विभाग के कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया.

गिरफ्तार आरोपियों के नाम संजय दास है, वह अपने अन्य दो साथियों चंचल पलीत व राकेश दास के साथ मिल कर मेडिकल स्टोर रूम से कीमती इंजेक्शन को बाहर मरीज के परिजनों को बेचा करता था. पुलिस के मुताबिक इस घटना की जानकारी के बाद विभाग के प्रमुख की शिकायत पर तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया.

कैसे बेचते थे इंजेक्शन
एसएसकेएम अस्पताल के गैस्ट्रोलॉजी वार्ड के प्रमुख डॉक्टर अभिजीत चौधरी ने पुलिस को शिकायत में बताया कि उनके वार्ड के रेफ्रिजेरेटर हाउस में संजय दास सुरक्षागार्ड के तौर पर कार्य करता था. ड्यूटी के दौरान वहां से अल्बुमिन के इंजेक्शन को कम कीमत पर मरीज के परिजनों को बेच दिया करता था. काफी दिनों से स्टॉक से इंजेक्शन कम मिलने के कारण इसे लेकर काफी जांच चल रही थी, लेकिन 21 अगस्त की दोपहर को रंगेहाथों संजय को पकड़ लिया गया. इसके बाद पुलिस को जानकारी मिलने पर उसने पुलिस को बताया कि अपने अन्य दो साथियों की मदद से वह अस्पताल से मरीज के परिजनों तक पहुंचता था.

परिजनों से मुलाकात होने के बाद बाजार में 3850 रुपये में बेचे जाने वाले इंजेक्शन को वह 2500 रुपये में बेचा करता था. पुरे रुपये को वह अपने तीनों पार्टनर के साथ मिलकर बांट लिया करता था. लेकिन गुरुवार को विश्वनाथ मंडल नामक एक मरीज के परिजन को इंजेक्शन बेचने के पहले वह डॉक्टरों की पकड़ में आ गया. जिसके बाद इसकी शिकायत भवानीपुर थाने में दर्ज करायी गयी और उसे गिरफ्तार किया गया. उसने बताया कि इसके पहले भी इसी अस्पताल में अन्य दवाइयों को भी वह इसी तरह कम कीमतों पर बेच चुका है. इस तरह के और कितने गिरोह अस्पताल में काम कर रहे है, इस सिलसिले में पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.

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