कोलकाता: कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस हवाई अड्डे के नये टर्मिनल के निर्माण के साथ-साथ एयरपोर्ट के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया शुरू हुई है. भारतीय उड्डयन प्राधिकरण (एएआइ) शीघ्र ही हवाई अड्डे के आधुनिकीकरण का दूसरा चरण शुरू करेगा. इससे हवाई अड्डे की सुविधाएं और बढ़ जायेंगी व अंतरराष्ट्रीय मापदंड के अनुरूप हर सुविधाएं उपलब्ध होंगी. सुरक्षा की दृष्टि से यह और भी मजबूत होगा.
एटीसी व टेक्निकल भवन का होगा निर्माण
आधुनिकीकरण की प्रक्रिया के तहत एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टेक्निकल बिल्डिंग का निर्माण किया जायेगा. टावर सह तकनीकी भवन का निर्माण का कार्य दिसंबर से शुरू हो सकता है. प्रस्तावित टावर 80 मीटर ऊंचा होगा. टावर के कर्मी कंट्रोल रूप से पूरे एयरपोर्ट पर निगरानी कर पायेंगे व आसानी से एयरपोर्ट परिसर को देख पायेंगे. एयर ट्रैफिक कंट्रोलर 360 डिग्री में बिना बाधा के देख पायेंगे. उन लोगों के पास आधुनिक उपकरण व तकनीक होंगे.
बनेगा छह मंजिला आधुनिक कार्यालय भवन
टावर के साथ-साथ छह मंजिल का नया आधुनिक कार्यालय भवन का निर्माण किया जायेगा. इसमें लगभग 271 करोड़ रुपये की लागत आयेगी. इसमें उपकरण शामिल हैं. उपकरणों पर लगभग 150 करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है. प्रस्तावित परियोजना को प्राधिकरण के बोर्ड की मंजूरी मिल गयी है. इसे अगले 24 माह में समाप्त होने की संभावना है.
सुविधाओं में होगा इजाफा
एयरपोर्ट के आधुनिकीकरण से यात्रियों की सुविधा में इजाफा होगा. यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुविधाएं उपलब्ध हो पायेंगी. फिलहाल नये टर्मिनल भवन से अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल के कुछ अंश कंट्रोल रूम से नहीं दिखायी देता है. नये टावर बनने से इस समस्या का समाधान होगा.
एयरपोर्ट की रूपरेखा
टॉवर की प्रस्तावित ऊंचाई : 80 मीटर
टेक्निकल बिल्डिंग का क्षेत्रफल : 12,515.63 वर्ग मीटर
स्काई ब्रिज का क्षेत्रफल : 118.65 वर्ग मीटर
एटीसी टॉवर का क्षेत्रफल : 2075.80 वर्ग मीटर
कार्य शुरू होने का समय : दिसंबर 2013
कार्य की अवधि : 24 माह
परियोजना की लागत : 271 करोड़ रुपये
यात्रियों की क्षमता : 20 मिलियन प्रति वर्ष
टर्मिनल बिल्डिंग का क्षेत्रफल : 1,95,000 वर्ग मीटर.
मूलभूत सुविधाओं पर जोर
कोलकाता हवाई अड्डे के विश्वस्तरीय टर्मिनल के निर्माण के बाद वे लोग एटीसी की मूलभूत सुविधाएं विकसित करने पर जोर दे रहे हैं. नये कंट्रोल टावर के साथ-साथ टेक्निकल ब्लॉक का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होगा.
हरप्रीत सिंह, कार्यकारी निदेशक (आर्किटेक्ट).