उच्च माध्यमिक में हिंदी में प्रश्नपत्र का अभियान नौ नवंबर से

आसनसोल : हिंदी माध्यम शिक्षा विकास मंच की बैठक रविवार को उषाग्राम स्थित हिंदी भवन में विद्यासागर विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ दामोदर मिश्र की अध्यक्षता में हुई. इसमें आगामी नौ नवम्बर को हिंदी माध्यम शिक्षा से जुड़े दो मुद्दों पर विचारगोष्ठी आयोजित करने का निर्णय लिया गया. इसके साथ नवगठित हिंदी विकास समन्वय समिति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 15, 2014 8:23 AM

आसनसोल : हिंदी माध्यम शिक्षा विकास मंच की बैठक रविवार को उषाग्राम स्थित हिंदी भवन में विद्यासागर विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ दामोदर मिश्र की अध्यक्षता में हुई. इसमें आगामी नौ नवम्बर को हिंदी माध्यम शिक्षा से जुड़े दो मुद्दों पर विचारगोष्ठी आयोजित करने का निर्णय लिया गया. इसके साथ नवगठित हिंदी विकास समन्वय समिति (पश्चिम बंगाल) के सभी कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी.

संचालन करते हुए मंच के संयोजक डॉ अरुण पांडेय ने कहा कि हिंदी माध्यम शिक्षा के विकास में क्षेत्रीय व राज्य स्तर की कई समस्याएं हैं. इनके समाधान के लिए दोनों ही स्तरों पर आंदोलन की जरूरत है. राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में हिंदी शिक्षा व सांस्कृतिक गतिविधियों के अनुभवों को समन्वित करने के लिए ही समिति का गठन किया गया है. इसमें मंच को निर्णायक भूमिका निभानी है.

उन्होंने कहा कि राज्यव्यापी अभियान की शुरूआत नौ नवम्बर को आसनसोल से होगी तथा समापन 30 नवम्बर को कोलकाता में होगा. उन्होंने कहा कि मंच ने उच्च माध्यमिक परीक्षा में प्रश्नपत्र हिंदी में निर्गत करने तथा स्नातक स्तर पर हिंदी लिपि में लिखने की अनुमति को लेकर आंदोलन करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पूरे नवम्बर माह को हिंदी जागरण माह के रूप में मनाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन मई को आसनसोल में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उच्च माध्यमिक में हिंदी में प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने की घोषणा की थी.

तय किया गया कि विचारगोष्ठी से पहले सभी कॉलेजों व शिक्षण संस्थानों में इन मुद्दों को केंद्र कर भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित हो. इसके बाद पूरे कोयलांचल के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में समस्याओं का सूचीकरण किया जायेगा.

आयोजन को सफल बनाने के लिए विभिन्न उपसमितियां गठित की गयी. आम हिंदी भाषियों में जागरूकता लाने के लिए गहन प्रचार अभियान चलाने पर सहमति बनी. कॉलेज, हाईस्कूलों व शहरों-कॉलोनियों में टीमगत भाव से जागरूकता करने का निर्णय लिया गया. उपस्थित सदस्यों ने हिंदी शिक्षा की समस्याओं के समाधान के लिए सतत प्रयास पर जोर दिया तथा कई जटिलताओं की चर्चा की. संगठन की मजबूती व जीवंत संपर्क के लिए पत्रिका प्रकाशन का प्रस्ताव रखा गया. टीडीबी कॉलेज के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ रामपुकार मिश्र के संदेश का पाठ किया गया.

बैठक में संरक्षक व हिंदी अकादमी के सचिव जितेंद्र तिवारी, बीबी कॉलेज के हिंदी विभाग के प्रभारी डॉ राजेंद्र शर्मा, गिरिधर गोपाल मिश्र, जेके कॉलेज के हिंदी शिक्षक डॉ प्रमोद कुमार प्रसाद, मंच संयोजिका मीना सिंह, बेचन प्रसाद, खांद्रा कॉलेज के हिंदी विभाग की प्रभारी अंजू सिंह, युवा कवि पवन बांके बिहारी, कथाकार शिव कुमार यादव, शिक्षक प्रहलाद प्रसाद, बीबी कॉलेज की शिक्षिका मंजू लता बेहरा, संयोजक प्रदीप सुमन, पंचकोट कॉलेज के हिंदी विभाग के प्रभारी डॉ ऋषि कुमार, कुल्टी कॉलेज के हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ प्रतिभा कुमार, हिंदी प्रेमी विष्णु सिंह, सुजीत सिंह, मुरारी सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे.

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